Chennai News: एआईएडीएमके जनरल कमेटी मामले में फैसले के बाद ओ- पन्नीरसेल्वम लगभग अलग-थलग पड़ गए हैं। AIADMK जनरल कमेटी मामले में फैसला काफी प्रत्याशा के बीच सुनाया गया है। अन्नाद्रमुक में पिछले मई से चल रहा आंतरिक विवाद अब सुलझ गया है। सुप्रीम कोर्ट ने मद्रास हाई कोर्ट की डिवीजन बेंच के फैसले को चुनौती देने वाली ओ पन्नीरसेल्वम (OPS) की याचिका खारिज कर दी। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब पार्टी की कमान पूरी तरह से पलानीस्वामी के हाथों में होगी। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस दिनेश माहेश्वरी और ऋषिकेश रॉय ने मामले में फैसला सुनाया है।
ग्रीनवेज हाउस में हुआ था पार्टी का इंतजाम
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद के बाद ओ पन्नीरसेल्वम लगभग अकेले रह गए हैं। आज सुबह ओ पन्नीरसेल्वम की जीत के लिए तरह-तरह के इंतजाम किए गए थे। जिस ग्रीनवेज हाउस में वह ठहरे हुए थे वहां तरह-तरह के इंतजाम किए गए थे। वहां पटाखे रखे गए थे। मिठाइयां भी रखी गईं। कुछ स्वयंसेवक भी थे। लेकिन ज्यादा प्रशासक नहीं। लेकिन आज यह सब बेकार हो गया है।
पिछले साल AIADMK के अंतरिम महासचिव बने थे पलानीस्वामी
बता दें कि पलानीस्वामी को पिछले साल सामान्य परिषद की बैठक में AIADMK के अंतरिम महासचिव के रूप में चुना गया था, जब उच्च न्यायालय ने पनीरसेल्वम, या OPS द्वारा सामान्य परिषद की बैठक के संचालन पर रोक लगाने की याचिका खारिज कर दी थी। अदालत ने तब कहा था कि वह किसी राजनीतिक दल के झगड़े में हस्तक्षेप नहीं कर सकती है।
पलानीस्वामी ने कहा था कि पार्टी के महासचिव पद के लिए चुनाव तब तक नहीं होगा जब तक कि उनके और ओपीएस के बीच पार्टी के नेतृत्व को लेकर विवाद अदालत द्वारा तय नहीं किया जाता। तब उपनियमों में किए गए संशोधनों ने न केवल पलानीस्वामी को पार्टी के अंतरिम महासचिव के रूप में नियुक्त किया था, बल्कि ओपीएस के कब्जे वाले पार्टी समन्वयक के पद को भी समाप्त कर दिया था।
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