Supreme Court: गुजरात के मोरबी में हुए पुल हादसे का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है।सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर मोरबी में हुई पुल हादसे की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत जज के नेतृत्व में SIT के गठन की मांग की गई है।इसके अलावा याचिका में भविष्य में ऐसी घटना दोबारा ना हो इसके लिए देश के सभी पुराने पुल या स्मारकों के रखरखाव को लेकर नियम बनान की मांग की गई है।सुप्रीम कोर्ट के वकील विशाल तिवारी ने याचिका दाखिल कर मोरबी में हुए पुल हादसे से सबक लेते हुए ऐसी जगहों पर लोगों की आवाजाही को नियंत्रित करने के लिए नियम बनाए जाने की बात कही।
Supreme Court: 1887 में हुआ था पुल का निर्माण
बता दें कि गुजरात में मोरबी की माचू नदी पर बना यह पुल करीब 150 साल पुराना है। मोरबी के इस ऐतिहासिक पुल का निर्माण महाराजा वाघजी ठाकोर ने 1887 में करवाया था। इस ब्रिज की कुल लंबाई 765 फीट और चौड़ाई 4.5 फीट है। कहा जाता है कि महाराज इस पुल का इस्तेमाल महल से शाही दरबार तक जाने के लिए करते थे। 3 दिन पहले 25 अक्टूबर को खुला यह पुल पिछले 7 महीने से मरम्मत के लिए बंद था। पुल को बने अभी कुछ ही दिन हुए थे। तभी यह बड़ा हादसा हो गया।
संबंधित खबरें