बिहार के हाजीपुर निवासी और कल्याण मंत्री जमा खां ने जुमे के दिन यानी शुक्रवार को बताया कि उनके पूर्वज हिन्दू थे,और कहा कि आज भी हमारे खानदान के कई लोग हिन्दू राजपूत हैं। उन्होंने बताया कि हमारे पुर्खों ने इस्लाम धर्म को अपना लिया था इसलिए हम आज मुसलमान है।
और यहां तक उन्होने बताया कि आज भी उनके खानदान के हिंदु परिवारों में उनका आना जाना लगा रहता है। मगर खां साहब जबरन किसी का मजहब तब्दील करने को गलत मानते हैं. बिहार के हाजीपुर में सहाफियों से चर्चा करते हुए राज्य के अल्पसंख्यक कल्याण वजीर ने बताया कि अगर कोई अपनी मर्जी से अपना मजहब तब्दील करता है तो वह सही है। उसकी मर्जी का सम्मान करना चाहिए, मगर जबरन करना गलत है।
जमा खान ने कहा कि अगर कोई जबरन किसी का धर्म परिवर्तन करवाता है तो हुकूमत को इसमें दखल देना पड़ेगा। बिहार में अगर ऐसा किया जाता है तो रियासती हुकूमत ऐसा नहीं होने देगी। अगर कोई ऐसा करता है वह बच भी नही सकता। कानून उसे कड़ी से कड़ी सजा देग। मंत्री ने और बताया कि किसी का भी जबरदस्ती धर्म परिवर्तन नहीं कराया जा सकता. कोई मेरे सिर पर पिस्तौल लगा देगा तो भी मैं अपना धर्म नही बदल सकता।
केंद्रीय मंत्रिमंडल में जदयू को एक सीट मिलने पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में जदयू कोटे से एक से ज्यादा मंत्री बनाया जाना चाहिए था, मगर ऐसा हो नहीं सका। उन्होंने और भी कहा कि इस मामले में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का फैसला सर्वोपरि है जो फैसला हो गया वह सही है. जमा खां बहुजन समाज पार्टी की सीट से जीतकर विधानसभा तक का सफर तय किया, बाद में वे जेडीयू में आ गऐ।