एक बाद एक फैसले लेने वाली योगी सरकार ने अब मरीजों के हित के लिए फैसला लिया है। इस फैसले के बाद यह कहना कतई गलत नहीं होगा कि योगी बाबा, युवा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से कहीं आगे निकल गए हैं। कानून-व्यवस्था, शिक्षा व्यवस्था के साथ साथ सरकार का पूरा ध्यान स्वास्थ्य पर भी है और इसी के तहत यह अहम फैसला लिया है।
इस फैसले में समाजवादी एंबुलेंस सेवा अब यूपी सरकार के नाम से गंभीर रुप से बीमार मरीजों के लिए प्रदेश की सड़कों पर दौड़ेगी जो पहले वाली सेवा का एडवांस वर्जन होगी। गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शाम करीब चार बजे नई एंबुलेंस सेवा, एंडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस सेवा यानि एएलएस को हरी झंडी दिखाई।
क्यों है यह एंडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस सेवा–
दरअसल, यह एंबुलेंस आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी जो कि निशुल्क, गंभीर रुप से बीमार मरीजों को प्रदान की जाएगी। इमरजेंसी सेवा एम्बुलेंस के अंदर एक वेंटिलेटर लगाया गया है। वैन के अंदर एक आटोमेटेड एक्सटर्नल डिफेबरीलेटर डिवाइस लगाई गई है। इसमें एक मल्टी पैरा मॉनिटर डिवाइस लगाई गई है। इमरजेंसी में पेशेंट्स को दी जाने वाली सभी जरूरी मेडिसिन्स मौजूद रहेंगी। कुल मिलाकर यह कहा सकता है कि यह एंबुलेंस एक चलता–फिरता ICU होगी जो यूपी की सड़कों पर दौड़ेगी। नई एंबुलेंस से गंभीर रुप से बीमार मरीजों , हार्ट की प्रॉब्लम वाले गंभीर मरीज, डिलीवरी के सीरियस पेशंट, नवजात शिशु, या फिर किसी भी अति गंभीर मरीज को लाभ मिलेगा। इसके उपयोग के लिए सीएमओ डायरेक्टर या डॉक्टर से इजाज़त लेनी होगी।
योगी जी ने कहा कि यह सेवा प्रदेश के हर जिले को दी जाएगी जिसमें हर जिले को दो-दो एंबुलेंस मुहैया कराई जाएगी। इस काम के लिए रकम केंद्र सरकार देगी मगर बेहतरीन तरीके से लागू करने का काम राज्य सरकार का होगा। पहले चरण में 150 एंबुलेंस को प्रदेश के 75 जिलों में दौड़ाया जाएगा। कुल 250 एंबुलेंस प्रदेश को उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने पिछली अखिलेश यादव सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से इन योजनाओं के लिए पैसा इसलिए नहीं लिया, कि कहीं मोदी जी को क्रेडिट न मिल जाए।