यूपी में हर बार चुनावों के दौरान पार्टियाँ बड़े-बड़े वादे करके अपनी सरकार बनाती हैं। हर पार्टी अपनी जीत के लिए यूपी के अहम मुद्दों को अपना एजेंडा बनाती है और चुनाव जीतती है। यूपी के इन्हीं मुद्दों में से बुंदेलखंड की बदहाली का मुद्दा भी एक है। कांग्रेस हो या बीजेपी, सपा हो या बसपा सभी पार्टी बुंदेलखंड के विकास का बड़ा मुद्दा बनाकर सत्ता में तो जाती है लेकिन बुंदेलखंड एक बूंद पानी के लिए भी तरसता ही रह जाता है। बुंदेलखंड में पानी की समस्या आम तो आम खास लोगों को भी अपने चपेट में ले लेती है।
इस बार 14 साल का वनवास खत्म करके बीजेपी ने यूपी में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई है और कमान योगी आदित्यनाथ के हाथ में दी गई है। योगी आदित्यनाथ ने सरकार बनने के एक महीने के भीतर ही बुंदेलखंड के विकास के लिए कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।
यूपी में बनेंगे पानी के 3 कंट्रोल रूम
गर्मी के हर मौसम में बुंदेलखंड में पानी की ऐसी किल्लत होती है कि लोग मजबूरन या तो शहर छोड़कर चले जाते हैं या वहीं अपनी बदहाली पर रोते रहते हैं। इस बार योगी सरकार के स्वतंत्र प्रभार मंत्री महेंद्र सिंह ने पेयजल की समस्या को दूर करने के लिए पहली बार यूपी में 3 पानी के कंट्रोल रूम बनाने का फैसला किया है।
झांसी में हुई समीक्षा बैठक की शुरुआत में पेयजल की समस्या सबसे ज्यादा दिखाई दी थी। बुंदेलखंड में 6 जिले 4504 ग्राम पंचायतें हैं जिसमें 150,401 नल लगे हैं लेकिन यहां लगभग 21 लाख की जनसंख्या है जिसके सामने नलों की संख्या बेहद कम है। लिहाजा यहां पानी की समस्या को दूर करने के लिए 43.36 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की गई है।
पानी की समस्या के लिए जारी हुआ टोल फ्री नंबर
इसके अलावा पानी की कमी दूर करने के लिए 65000 नए नल लगाए गए हैं। 1 हज़ार टैंकर जिला स्तर से लेकर ब्लाक स्तर तक लगाए गए है ताकि लोगों को पानी की कमी से परेशान ना होना पड़े। तालाबों को भरने के लिए नहरों के जरिए व्यवस्था की जाएगी ताकि इंसान के साथ-साथ जानवरों को भी पानी मिल सके। सभी अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि बुंदेलखंड में जितने भी दफ्तर हैं उनके सामने घड़े और नल लगाकर पानी की व्यवस्था की जाए।
आपको बता दें कि यूपी और खासतौर पर बुंदेलखंड में पीने के पानी की समस्या को दूर करने के लिए सरकार करीब 564 योजनाएं चला रही है। यही नहीं पानी की समस्या से निपटने के लिए सरकार द्वारा 18001800625 टोल फ्री नंबर भी जारी किया गया है।
यूपी की नई नवेली सरकार के नक्शे कदम को देखकर लोगों को उम्मीद है कि शायद इस बार की गर्मी में वह बुंदेलखंड में रहते हुए अपनी प्यास बुझा सकेंगे।