रामनाथ ठाकुर का नाम उपराष्ट्रपति की रेस में तेज, जेपी नड्डा से मुलाकात ने बढ़ाई चर्चा

0
17
रामनाथ ठाकुर का नाम उपराष्ट्रपति की रेस में तेज
रामनाथ ठाकुर का नाम उपराष्ट्रपति की रेस में तेज

जगदीप धनखड़ के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफे के बाद चुनाव आयोग ने उपराष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया शुरू कर दी है। आयोग की ओर से चुनाव की अधिसूचना भी जारी हो चुकी है। हालांकि एनडीए ने अब तक अपने आधिकारिक उम्मीदवार का एलान नहीं किया है। इस बीच बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और जेडीयू के वरिष्ठ नेता व केंद्रीय मंत्री रामनाथ ठाकुर की मुलाकात ने राजनीतिक हलचल को और तेज़ कर दिया है। इस मुलाकात के बाद रामनाथ ठाकुर का नाम उपराष्ट्रपति पद की दौड़ में प्रमुखता से लिया जाने लगा है।

रामनाथ ठाकुर कौन हैं?

रामनाथ ठाकुर बिहार की राजनीति में एक सम्मानित नाम हैं। वह सामाजिक न्याय के पुरोधा और पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर के बेटे हैं। साल 2005 में जब नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में एनडीए सरकार बनी थी, तो रामनाथ ठाकुर को गन्ना मंत्री की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इसके बाद 2005 से 2010 तक वे राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे। वर्तमान में वह जेडीयू कोटे से राज्यसभा सांसद हैं और केंद्र सरकार में कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री का पद संभाल रहे हैं। उनके पिता कर्पूरी ठाकुर को हाल ही में भारत रत्न से नवाज़ा गया है।

क्यों चर्चा में है रामनाथ ठाकुर का नाम?

रामनाथ ठाकुर के नाम को लेकर कई राजनीतिक समीकरण बनते दिख रहे हैं। बिहार से आने वाले ठाकुर अति पिछड़ा वर्ग से ताल्लुक रखते हैं, जो राज्य में बड़ी संख्या में मौजूद है। इस साल बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में एनडीए की ओर से उनके नाम को आगे कर जेडीयू के साथ तालमेल को मज़बूत करने की कोशिश मानी जा सकती है। उनकी बेदाग छवि और सामाजिक न्याय की पृष्ठभूमि उन्हें विपक्ष के लिए भी स्वीकार्य बना सकती है। यही कारण है कि उन्हें एक संभावित सर्वसम्मति उम्मीदवार के तौर पर देखा जा रहा है।

जेपी नड्डा से मुलाकात के मायने

राजनीतिक गलियारों में उस वक्त चर्चा और तेज़ हो गई जब रामनाथ ठाकुर ने दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। मुलाकात को लेकर कई कयास लगाए जा रहे हैं कि यह उपराष्ट्रपति पद को लेकर चर्चा थी। हालांकि, कुछ बीजेपी नेताओं का कहना है कि यह मुलाकात बिहार में चल रही वोटर लिस्ट रिवीजन प्रक्रिया से जुड़ी थी। बावजूद इसके, राजनीतिक विश्लेषक इस भेंट को उपराष्ट्रपति पद के लिए संभावित नामों के बीच एक अहम संकेत मान रहे हैं।

रामनाथ ठाकुर का नाम भले ही अब तक औपचारिक रूप से घोषित नहीं किया गया हो, लेकिन उनकी सियासी पृष्ठभूमि और सामाजिक समीकरण उन्हें इस अहम पद की दौड़ में मज़बूत दावेदार बनाते हैं।