भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान में फांसी की सज़ा देने के बाद देश से विदेश तक और संसद से सड़क तक इसकी निंदा और विरोध शुरू हो गया है। संसद में जहाँ इसकी गूंज सुनाई दी वहीँ बॉलीवुड के अभिनेता से लेकर आम आदमी हर कोई इस फैसले के खिलाफ हैं और अपने गुस्से का इज़हार किसी न किसी माध्यम से कर रहे हैं। इसी क्रम में संसद के बाद सोशल मीडिया पर भी लोग पाकिस्तान के खिलाफ जमकर अपनी भड़ास निकाल रहे हैं। इसमें अब मशहूर अभिनेता रणदीप हुड्डा का नाम भी शामिल हो गया है।उनसे पहले गायक अभिजित भट्टाचार्य और ऋषि कपूर भी इस मुद्दे पर पाकिस्तान का विरोध कर चुके हैं। 

We will bring back Kulbhushan any priceसंसद के दोनों सदनों में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा है कि हम कुलभूषण को किसी भी कीमत वापस लेकर आएंगे। अब सवाल है कौन सी कीमत पाकिस्तान को दी जा सकती है? और यह कब दी जाएगी? क्योंकि कुलभूषण की फांसी के फैसले के खिलाफ 60 दिनों के अन्दर ही अपील की जा सकती है।

कुलभूषण को पाकिस्तान से वापस लाने के अभी कई विकल्प खुले हैं। सरकार हर विकल्प पर विचार करने में लगी है। अन्तराष्ट्रीय कोर्ट में मामले को ले जाने से लेकर पाकिस्तान से किसी भी तरह की कोई वार्ता ना कर भारत दबाव बना सकता है। सरकार इस पर प्रस्ताव तैयार करने में लगी है भारत की उम्मीदों को बल इसलिए भी मिला है क्योंकि अमेरिका के एक विशेषज्ञ थिंक टैंक ने पाकिस्तान के इस फैसले के खिलाफ भारत का समर्थन किया है।

केंद्र सरकार के अलावा भी इस मुद्दे पर अलग-अलग लोगों के विचार और मत सामने आ रहे हैं। इस मुद्दे पर पूर्व केंद्रीय गृह सचिव और बीजेपी सांसद आर के सिंह ने कहा है कि उन्हें आशंका है कि पाकिस्तान ने जाधव को अब तक मार दिया होगा। इस मामले में गोपाल कृष्ण गाँधी ने पाकिस्तान के राष्ट्रपति को पत्र लिख कुलभूषण की रिहाई का अनुरोध किया है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को पत्र लिखा है। बता दें कि कुलभूषण मूल रूप से महाराष्ट्र के सातारा जिले के जावली गांव के रहने वाले हैं।

सरकार और आम लोगों के अलावा पाकिस्तान के इस फैसले का विरोध करते हुए बॉलीवुड अभिनेता रणदीप हुड्डा ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को टैग करते हुए अपने ट्वीट में लिखा न कोई मुकदमा,न कोई सबूत, सिर्फ बंद कमरे में सैन्य अदालत की कार्रवाई? यह गलत है। पाकिस्तान दूसरा सरबजीत बना रहा है। मेरा हृदय उनके साथ है। पाकिस्तान में जबरन जुर्म कबूलने के लिए अकल्पनीय यातनाएं और मानवाधिकार उल्लंघन। मुझे देश के मजबूत नेतृत्व पर विश्वास है। उम्मीद है इसे खत्म किया जाएगा।’ गौरतलब है कि रणदीप हुड्डा सरबजीत के जीवन पर आधारित फिल्म में सरबजीत का किरदार निभा चुके हैं। सरबजीत को पाकिस्तान में फांसी दे दी गई थी। तमाम आम और खास लोगों द्वारा एक सुर में पाकिस्तान का विरोध और कुलभूषण की सलामती उम्मीद है रंग लाएगी और वह सकुशल घर वापस लौटेंगे।