देशभर में बालगृहों की जांच के दौरान अनियमितताएं सामने आने पर महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने देशभर में कुल 539 बाल गृहों (सीसीआई) को बंद कर दिया है। जानकारी के मुताबिक महाराष्ट्र में 377 बालगृहों को बंद किया गया, जो सभी राज्यों और केन्द्र प्रशासित राज्यों में सर्वाधिक है।
इसके बाद आंध्र प्रदेश में 78 और तेलंगाना में 32 बालगृह बंद किये गये हैं। बिहार के एक आश्रय गृह में 34 नाबालिग बच्चियों के कथित यौन उत्पीड़न की घटना सामने आने के बाद मंत्रालय ने अगस्त में राज्यों को अपने सभी बालगृहों की जांच के निर्देश दिये थे। इसने संबंधित इलाकों के जिलाधीशों को इस संबंध में अपनी रिपोर्ट जमा करने को कहा था।
महिला एवं बाल विकास (डब्ल्यूसीडी) मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जांच में यह पाया गया कि करीब 539 बालगृह नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं या पंजीकृत नहीं हैं। अधिकारी ने कहा, हमें उन संस्थानों को बंद करना पड़ा, जिन्होंने बच्चों को रहने के लिये वांछित बेहतर माहौल उपलब्ध नहीं कराया, या उन्होंने नियमों का उल्लंघन किया अथवा गैर पंजीकृत थे।
अधिकारी ने बताया कि उन बाल गृहों में रह रहे बच्चों को सुरक्षित अन्य बाल गृहों में भेज दिया गया है। केन्द्रीय बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने इससे पहले विशेषीकृत दत्तक ग्रहण एजेंसियों (एसएए) और बाल गृहों की नियमित निगरानी के लिये राज्य एवं जिला स्तर पर बाल कल्याण समितियों की स्थापना का अनुरोध किया था।