UPTET (Uttarpradesh Teacher Eligibility Test) पेपर लीक होने से सालों से तैयारी कर रहे लाखों अभ्यर्थियों का समय और और पैसा दोनों बर्बाद हो गया। पेपर लीक होने के बाद राज्य की योगी आदित्यानथ सरकार चारों तरफ से सवालों के घेरे में है। विपक्षी दल सीएम योगी पर हावी हैं। वहीं उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से बीजेपी के सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) ने भी सरकार पर निशाना साधा है।
Varun Gandhi ने क्या कहा?
उन्होंने कहा कि UPTET 2021 का पेपर लीक होने का मतलब लाखों युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करना है। राजनीतिक संरक्षण में घूम रहे इस तरह के माफियाओं पर कठोर कार्यवाही होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के संस्थाओं के मालिक राजनीतिक रसूखदार हैं।
बीजेपी के लोकसभा सांसद वरुण गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि, UPTET परीक्षा पेपर लीक होना लाखों युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ है। इस दलदल की छोटी मछलियों पर कार्यवाही से काम नहीं चलेगा, उनके राजनैतिक संरक्षक शिक्षा माफियाओं पर कठोर कार्यवाही करे सरकार। क्योंकि अधिकांश शिक्षण संस्थानों के मालिक राजनैतिक रसूखदार हैं, इनपर कार्यवाही कब होगी??
जाहिर है विपक्षी दलों के हावी होने के बाद यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक माह के भीतर वापस परीक्षा कराने का वादा किया है। उन्होंने कहा था कि UPTET के अभ्यर्थियों के साथ प्रदेश सरकार खड़ी है। 01 माह के अंदर पारदर्शी तरीके से पुनः परीक्षा आयोजित होगी। किसी भी अभ्यर्थी से कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा। परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों को आने-जाने हेतु @UPSRTCHQ की बसों में निःशुल्क यात्रा की सुविधा दी जाएगी।
सरकार ने एजेंसियों को किया Black List
बता दें कि प्रश्न पत्र व्हाट्सऐप के जरिये लीक किया गया था। यूपी के गाजियाबाद, बुलंदशहर और मथुरा सहित तमाम शहरों में व्हाट्सएप ग्रुप पर परीक्षा के पेपर वायरल हो रहे थे, जिसके बाद शासन को परीक्षा रद्द करनी पड़ी। सरकार ने इस मामले में सख्ती दिखाते हुए परीक्षा आयोजित कराने वाली एजेंसी को ब्लैक लिस्ट कर दिया है। वहीं अब इस परीक्षा का आयोजन एक महीने के बाद फिर से होगा। हालांकि अभ्यर्थियों को इसके लिए फीस दोबारा नहीं देनी पड़ेगी।
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