आज देशभर में धूमधाम धाम से ईद मनाई जा रही है। लेकिन वाराणसी के मंडुवाडीह इलाके में रहने वाली एक बच्ची ऐसी भी थी जिसके घर ईद की न तो कोई तैयारी थी, और न ही कोई खुशियां। इस बच्ची शबाना ने दुखी होकर बड़ी मासूमियत के साथ ईद से ठीक एक दिन पहले वाराणसी डीएम योगेश्वर राम मिश्र के मोबाइल पर मेसेज किया और शबाना को डीएम मिश्र से इस ईद उसकी ईदी मिल गई।
दरअसल काशी विद्यापीठ विकासखंड के मंडुआडीह थाना अंतर्गत शिवदासपुर की रहने वाली शबाना नाम की इस बच्ची के सिर से मां-बाप का साया उठ गया है। वह अपनी नानी और छोटे भाई के साथ घर में रहती है। शबाना के परिवार की माली हालत बहुत ख़राब है इसलिए शबाना के घर ईद का कोई उत्साह नहीं था और न ही नए कपड़े और मिठाईया थी।इसे देखते हुए शबाना ने कल डीएम योगेश्वर राम मिश्र को एक मेसेज किया जिसमें लिखा था कि
“डीएम सर, नमस्ते, मेरा नाम शबाना है और मुझे आपकी थोड़ी सी हेल्प की जरूरत है। सर सबसे बड़ा त्यौहार ईद है। सब लोग नए कपड़े पहनेंगे लेकिन हमारे परिवार में नए कपड़े नहीं आए। मेरे माता-पिता नहीं है। 2004 में इंतकाल हो चुका है।मेरे घर में मैं और मेरी नानी और छोटा भाई है सर।”
शबाना के इस मेसेज ने डीएम योगेश्वर को अंदर तक हिलाकर रखा दिया। मेसेज पढ़ते ही डीएम मिश्र ने इंसानियत की मिसाल कायम करते हुए शबाना को ईद का तोहफा देने का मन बना लिया। डीएम ने उप-जिलाधिकारी सदर सुशील कुमार गौड़ को तत्काल निर्देश दिया कि आज ही शबाना और उसकी नानी और छोटे भाई को नए कपड़े, मिठाइयां और ईद की सेवई के लिए पैसे तत्काल पहुंचाएं।
इस आदेश के बाद एडीएम सुशील कुमार गौड़ तुरंत मौके के लिए रवाना हुए। एडीएम सुशील कुमार गौड़ वहां पहुंचकर शबाना को अपने साथ बाजार ले गए और बाजार से शबाना को उसके पसंद का सलवार शमीज, छोटे भाई के लिए जीन्स टी-शर्ट, शर्ट और जूते, नानी के लिए अच्छी साड़ी, इसके अलावा ईद पर बनाने के लिए सेवई और मिठाइयां दिलाकर वापस घर लाकर छोड़ गए।
डीएम मिश्र की इंसानियत से शबाना और उसके परिवार को इस ईद उनकी ईदी मिल पाई। डीएम के इस दरियादिली पर शबाना कहती है कि “मैंने बड़ी मायूसी के साथ डीएम साहब को अपनी ईदी के लिए मैसेज किया था। पर मुझे इस बात का बिल्कुल अंदाजा नहीं था कि इतने बड़े अधिकारी को किया हुआ मैसेज वो तुरंत देखकर इस मामले पर इतने गंभीर भी हो जाएंगे। उनका शुक्रिया,अलाह उन्हें तरक्की दें।” वहीं शबाना के अलावा अन्य लोगों ने भी जिलाधिकारी के इस मानवीय पक्ष पर उन्हें बधाइयां दीं और उन्हें नेकदिल इंसान बताया|।