देश में मूर्ति विवाद का दौर चल रहा है। राजधानी से लेकर दक्षिण भारत तक मूर्ति को लेकर सियासत अपनी चरम पर है। आंध प्रदेश में प्रभु श्री राम की मुर्ति कुछ शरारती तत्वों द्वारा तोड़े जाने को लेकर कई हिंदू संगठन खफा हैं। साथ ही राज्य में बीजेपी जगनमोहन रेड्डी सरकार पर हमलावर हो गई है।

आंध प्रदेश के रामतीर्थ मंदिर में कुछ नफरत पंथियों ने मर्यादा पुरुषोत्तम की मूर्ति को खंडित कर दिया था। जिसके बाद काफी विरोध प्रदर्शन हुआ था। वहीं घटना के विरोध में मंगलवार को भाजपा नेताओं ने यात्रा निकालने की भी कोशिश की थी। यात्रा के दौरान ही पुलिस ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सोमू वीरराजू समेत कई नेताओं को गिरफ्तार कर लिया था।
अब रामानुजाचार्य टेंपल के संस्थापक वैष्णव संत चिन्ना जियार स्वामी ने भी विरोधियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
वैष्णव संत चिन्ना जियार स्वामी ने बुधवार को ऐलान किया है कि वह हाल के दिनों में आंध्र प्रदेश में तोड़े गये 50 से अधिक मंदिरों के लिए एक यात्रा करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि यह यात्रा 17 जनवारी से शुरू होगी। आंध्र प्रदेश के रामतीर्थ के एक मंदिर में पिछले सप्ताह भगवान राम की एक प्रतिमा किसी असमाजिक तत्व द्वारा तोड़ दिया गया था।

रामतीर्थ की घटना अभी शांत नहीं हुई थी कि, विजयवाड़ा स्थित पंडित नेहरू बस स्टेशन के अंदर सीता राम मंदिर में सीता माता की मूर्ति को कुछ लोगों ने खंडित कर दिया है। राज्य में लगातार मूर्तियां तोड़ने का सिलसिला जारी है। इस पर राम प्रेमी सरकार का घेराव करने की तैयारी कर रहे हैं।
बता दें कि विजयवाड़ा की घटना को लेकर पुलिस ने शिकायत दर्ज कर ली है। आरोपियों की तलाश जारी है। वहीं रामतीर्थ मंदिर में हुई घटना को लेकर आरोपियों का कोई पता नहीं चला है। मंदिर के संस्थापक आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं।