केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को बिहार के सीतामढ़ी जिले स्थित देवी सीता की पावन जन्मस्थली पुनौराधाम में मां जानकी मंदिर का शिलान्यास किया। दोपहर करीब 1 बजे शुरू हुए इस भूमि पूजन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भी मौजूद थे। मंत्रोच्चार और शंखनाद के बीच अमित शाह ने आरती कर मंदिर की नींव रखी। मंदिर निर्माण का लक्ष्य वर्ष 2028 तक पूरा करने का है।
मां जानकी मंदिर के शिलान्यास को बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एक अहम राजनीतिक कदम के रूप में भी देखा जा रहा है। इससे पहले 2024 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर का उद्घाटन किया गया था, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत हजारों विशिष्ट अतिथि शामिल हुए थे।
पुनौराधाम, जिसे मां सीता की जन्मभूमि माना जाता है, हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। इसी वर्ष राज्य सरकार ने अयोध्या के श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की तर्ज पर पुनौराधाम मंदिर और आसपास के क्षेत्र का समग्र विकास करने का निर्णय लिया है। इसके लिए 50 एकड़ भूमि अधिग्रहित की जा रही है।
परियोजना के तहत भूमि अधिग्रहण, मंदिर परिसर का विकास, सीताकुंड का सौंदर्यीकरण और पर्यटन से जुड़ी आधारभूत संरचनाओं का निर्माण किया जाएगा। कुल 882.87 करोड़ रुपये की लागत वाली इस योजना का क्रियान्वयन पर्यटन विभाग करेगा। इसके संचालन और प्रबंधन के लिए बिहार के मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक न्यास समिति भी गठित की गई है।
अमित शाह इस अवसर पर सीतामढ़ी से दिल्ली के लिए अमृत भारत ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह ट्रेन श्रद्धालुओं की सुविधाजनक यात्रा के लिए मंजूर की है, ताकि देशभर से आने वाले भक्त पुनौराधाम तक आसानी से पहुंच सकें।
कार्यक्रम से पहले सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर अमित शाह ने इसे मिथिलांचल और पूरे देश के लिए सौभाग्यपूर्ण दिन बताया। उन्होंने कहा कि माता सीता की जन्मभूमि के इस विकास कार्य से धार्मिक पर्यटन को नई ऊंचाई मिलेगी और श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं बेहतर होंगी।