जानी-मानी ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन के एप पर स्वर्ण मंदिर को अपमानजनक तरीके से दिखाए जाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल, फिलिफॉम यूनिवर्सल नाम की कंपनी ने अमेजन के एप पर ग्राहकों के लिए अलग-अलग तस्वीरों वाली टॉयलेट सीटें दिखाई हैं। इनमें से एक टॉयलेट सीट, कवर और मैट पर स्वर्ण मंदिर की तस्वीर देखी जा सकती है। जिसकी जानकारी सामने आने के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और एक सिख संगठन का अमेजन और कंपनी पर गुस्सा फूट पड़ा।

अमरिंदर सिंह ने ट्विटर पर सख्त नाराजगी जाहिर करते हुए लिखा, ‘श्री दरबार साहिब की तस्वीरें टॉयलेट सीट के लिए इस्तेमाल किए जाने की मैं कड़ी निंदा करता हूं। इसने दुनियाभर में सिख समाज की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। मैं कंपनी से इसे तुरंत हटाने और माफी की मांग करता हूं।

अमरिंदर सिंह के अलावा एक जाने-माने सिख संगठन ने भी सिखों से जुड़ी महत्वपूर्ण चीजों को इस तरह इस्तेमाल किए जाने पर अमेजन की आलोचना की है।’  समुदाय का कहना है कि उन्हें जानकारी मिली है कि कुछ विक्रेता अमेजन पर स्वर्ण मंदिर की तस्वीर लगे पायदान, कालीन और टॉयलेट सीट कवर बेच रहे हैं। समुदाय ने ई-कॉमर्स साइट से इस प्रकार के अनुचित और अपमानजनक उत्पाद हटाने की मांग की।

सिख कोएलिशन के सीनियर मैनेजर सिम सिंह ने अमेजन सीईओ जेफ बेजोस और सीनियर प्रेसिडेंट ऑफ जनरल काउंसिल डेविड जेपोलस्की को इस संबंध में पत्र लिखते हुए कहा कि “हमें जानकारी मिली है कि कई विक्रेता आपके प्लेटफॉर्म पर स्वर्ण मंदिर की और पूरब की संस्कृति की अध्यात्मिक छवि की उत्पाद पोस्ट डाल रहे हैं।”

सिंह ने कहा कि इस प्रकार के उत्पादों पर धार्मिक और आध्यत्मिक तस्वीरों का इस्तेमाल करना सभी धर्मों के लिए अपमानजनक है और स्वर्ण मंदिर भी इससे अलग नहीं है। स्वर्ण मंदिर की तस्वीर कभी भी पायदान, कालीन या टॉयलेट सीट कवर पर नहीं होनी चाहिए।

नागरिक और कानूनी अधिकार संगठन ने बताया कि विवाद सामने आने के कुछ घंटों बाद ही वेबसाइट से ऐसे कई पोस्ट हटा लिए गए हैं। अब वेबसाइट पर ऐसे प्रोडक्ट्स को सर्च करने पर ‘क्षमा करें, हमें यह पेज नहीं मिल रहा है, लिखा आ रहा है।