Today History: विश्व के इतिहास में 30 अप्रैल एक महत्वपूर्ण तारीख हैं। इतिहास के पन्नों में आज की ऐसी कई घटनाएं दर्ज है, जिसने इतिहास के साथ- साथ हमारे आज को भी बदल कर रख दिया। आज के दिन ही दुनिया के सबसे बड़े तानाशाह हिटलर नें खुद को गोली मारकर कर खुदकुशी कर ली थी। जर्मन शासक एडोल्फ़ हिटलर ने जब खुद को सोवियत सेनाओं से घिरा पाया तो बर्लिन में ज़मीन के नीचे बने बंकर में खुद को गोली मारकर अपनी पत्नी इवा ब्राउन के साथ आत्महत्या कर ली थी।

हिटलर बेहद क्रूर और कट्टर शासक था जो यहूदियों से बहुत नफ़रत करता था। उसकी इसी नफ़रत ने उसे दुनिया के सबसे बड़े तानाशाह की उपाधि दिलाई।
Today History: क्या आप हिटलर के बारे में सब कुछ जानते है?
एडोल्फ़ हिटलर का जन्म 20 अप्रैल 1889 को ऑस्ट्रेलिया के वॉन नामक स्थान पर हुआ था। हिटलर के पिता की मृत्यु तब हुई जब हिटलर महज़ 17 साल के थे। पिता की मृत्यु के बाद हिटलर ने अपनी जीविका चलाने के लिए पोस्टकार्डों पर चित्र बनाना शुरू कर दिया इसके अलावा और कई छोटे- मोटे काम और किए। बता दें कि जब प्रथम विश्व युद्ध आंरभ हुआ तो हिटलर जर्मनी की सेना में भर्ती हो गया। प्रथम विश्व युद्ध में जर्मनी की हार हुई जिसमें जान-माल की बहुत बड़ी हानि हुई। जिसका हिटलर को बेहद दुख हुआ। इस हार का मुख्य कारण यहूदियों को माना गया।

हिटलर की छवि दुनिया में एक बड़े तानाशाह की भले रही हो, लेकिन हिटलर की लोकप्रियता किसी मायने में कम नही थी। एडोल्फ़ हिटलर का व्यक्तित्व प्रभावशाली और आकर्षक था। वो बोलने की कला में माहिर थे। उनकी भाषा इतनी प्रभावी थी कि लोग उनके भाषण को सुनने के लिए हमेशा तैयार रहते थे। हिटलर अपनी भाषा से जनता का दिल जीत लिया करते थे। इसी कला का प्रयोग कर हिटलर ने जर्मनी की सत्ता पर शासन किया।

नाज़ीवाद का जन्मदाता एडोल्फ़ हिटलर
नाज़ीवाद एक राजनीतिक विचारधारा है जिसकी शुरूआत हिटलर ने की थी। उनका का मानना था कि जर्मन आर्य है और विश्व में सर्वश्रेष्ठ है, इसलिए सारी दुनिया पर उन्हें राज करना चाहिए और ये उनका अधिकार है। नाज़ीवाद का सिद्धांत शाक्ति और हिंसा का समर्थन करता था। नाज़ीवाद लोकतंत्र और व्यक्ति की स्वतंत्रता का खडंन करता था। नाज़ीवाद विचारधारा केवल नफ़रत और हिंसा को दुनिया में बढ़ावा देने का काम करता था, हालांकि हिटलर की मौत के बाद उसकी नाज़ीवादी विचारधारा भी उसी के साथ समाप्त हो गई। तानाशाही के प्रतीक के रूप में हिटलर आज भी हम सभी के बीच जीवित है।
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