असम एक बार फिर भूकंप का दर्द झेल रहा है। हालांकि, इस बार का भूकंप अधिक नुकसान पहुंचाने में कामयाब साबित नहीं हुआ है। बता दें कि, राज्य में बुधवार की सुबह तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए। इस इलाके में सुबह 7 बजकर 51 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.4 मापी गई है। खबर के अनुसार कोई नुकासन नहीं हुआ है। लेकिन लोगों में डर बैठ गया है। लोग घरों को छोड़ सड़क या मैंदान में खड़े हैं।
वहीं बिहार और बंगाल में भी भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। भूकंप के बाद पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने असम के सीएम सर्वानंद सोनोवाल से बात कर केंद्र की ओर से हर संभव मदद मुहैया कराए जाने का आश्वासन दिया है।
असम में तीन बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। इनमें सबसे पहले 6.4 तीव्रता का भूकंप था। इसके बाद 7 बजकर 58 मिनट पर 4.3 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया और इसके बाद 8 बजकर 1 मिनट पर 4.1 तीव्रता का भूकंप आया।
घटना के तुरंत बाद ही असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने ट्वीट किया उन्होंने लिखा कि, सभी जिलों से जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं। असम में भूकंप के झटके के बाद सभी के सुरक्षा की कामना करता हूं।
असम के मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भूकंप की वजह से गुवाहाटी में इमारतों को हुए नुकसान की कुछ तस्वीरें ट्वीट की हैं।
बता दें कि, तीन बार भूकंप को देखने के बाद असम 10 साल पीछे चला गया। आज के 10 साल पहले राज्य में भूकंप ने भारी तबाही मचाई थी। साल 2011 में सिक्किम में इतनी ही तीव्रता का एक भूकंप आया था, जिसने तबाही मचा दी थी। सिक्किम और उससे सटे पहाड़ी इलाके में भूकंप के झटके ऐसे आए कि हर ओर मातम छा गया। 18 सितंबर, 2011 को सिक्कम में 6.9 की तीव्रता से भूकंप आया था, जिसमें 100 से अधिक लोगों की जान चली गई थी, इस भयानक भूकंप में जान गंवाने वाले कई विदेशी भी थे।
सिक्किम में भूकंप के बाद तत्कालीन केंद्र सरकार ने NDRF, सेना समेत अन्य एजेंसियों को राहत के काम में लगा दिया था। सितंबर, 2011 में आए सिक्किम में भूकंप के कुछ वक्त बाद हरियाणा में भी भूकंप आया था, जिसका असर दिल्ली और आसपास के इलाकों में हुआ था, हालांकि उसका असर इतना अधिक नहीं था।