2014 लोकसभा चुनाव के बाद देश में ‘चायवाला’ शब्द खूब सुर्खियों में रहा, इस शब्द ने उस वक्त सबसे ज्यादा सुर्खियों बटोंरी थी जब कांग्रेस की तरफ से पीएम मोदी को चायवाला कहकर संबोधित किया गया। उसके बाद इस शब्द पर जमकर राजनीति हुई और देखते ही देखते चायवाला शब्द सुर्खियों में बना रहा।
अब एक बार फिर चायवाला शब्द सुर्खियां में आया है लेकिन इस बार इसके सुर्खियों में आने के लिए राजनीतिक भाषण नहीं बल्कि एक चायवाले की कमाई है। आप इस चायवाले की मासिक तनख़्वाह जानकर दांतो तले उंगलियां दबा लेंगे। महाराष्ट्र के पुणे शहर में एक चायवाला अपनी चाय को अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाना चाहते हैं।
नवनाथ येवले नाम का यह व्यक्ति चाय बेचकर हर महीने 12 लाख़ रुपये की कमाई करता है। जी हां आप यह सुनकर चौक गए होंगे लेकिन यह सच है। पुणे में येवले टी हाऊस नाम से यह टी स्टॉल लोगों के बीच में काफी पॉपुलर है। नवनाथ येवले अपने कामयाबी से काफी उत्साहित हैं और आने वाले समय में अपनी चाय को अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाना चाहते हैं।
येवले टी हाऊस के कोफाउंडर नवनाथ येवले ने कहा, ‘मैं जल्द ही इसे अंतर्राष्ट्रीय ब्रांड बनाने जा रहा हूं।’ आगे उन्होंने कहा, ‘पकोड़ा कारोबार की तरह ही चाय बेचने का कारोबार भी काफी तेज़ी से फल फूल रहा है और लोगों को रोज़गार दे रहा है। मैं काफी ख़ुश हूं।’ फिलहाल येवले टी हाउस नाम मे पुणे में तीन जगह पर स्टॉल चलाया जा रहा है और कुल 12 लोगों को रोज़गार भी दिया गया है।
उन्होंने बताया कि 2011 में उन्हें चाय को एक ब्रैंड की तरह स्थापित करने का आइडिया आया। लेकिन पुणे में कोई भी अच्छा चायवाला नहीं था इसलिए उन्होंने चार साल तक चाय की स्टडी की और उसके बाद अच्छी गुणवत्ता से चाय ब्रैंड बनाया। उन्होंने बताया कि उनके हर आउटलेट पर करीब 10-14 लोग काम करते हैं।