प्रवर्तन निदेशालय ने सबसे बड़े मांस निर्यातक मोइन कुरैशी पर भ्रष्टाचार और हवाला मामले में कार्रवाई करते हुए शुक्रवार को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। दिल्ली में पूछताछ के बाद ईडी ने मोइन कुरैशी को मनी लांड्रिग एक्ट के तहत गिरफ्तार किया है। मोइन को शनिवार को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए मोइन कुरैशी को 31 अगस्त तक प्रवर्तन निदेशालय के कस्टडी में भेज दिया। बता दें कि मांस निर्यातक कुरैशी कर चोरी, धन शोधन और भ्रष्टाचार जैसे कई मामलों में आयकर विभाग और सीबीआई की जांच का सामना कर रहा है। आयकर विभाग काला धन (अज्ञात विदेशी आय और संपत्ति) एवं कर अधिरोपण कानून, 2015 के तहत कुरैशी की जांच कर रहा है। सीबीआई के पूर्व निदेशक एपी सिंह भी मोइन के साथ आरोपी बनाए गए हैं। ईडी मोइन के खिलाफ फेमा और पीएमएलए दोनों के तहत जांच कर रहा है।
गौरतलब है कि पिछले साल अक्टूबर में दिल्ली हाईकोर्ट ने मोइन की गिरफ्तारी पर रोक लगाने से इंकार करते हुए उन्हें ईडी के सामने पेश होने को कहा था। तब से वह लगातार फरार चल रहा था। मोइन पर आरोप है कि वह हवाला एजेंट्स के जरिए दुबई, लंदन और अन्य देशों में पैसा भेजा करता था। प्रवर्तन निदेशालय ने 2015 में मोइन कुरैशी के खिलाफ प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्डरिंग एक्ट के तहत केस दर्ज किया था। मोइन सीबीआई के पूर्व निदेशक रंजीत सिन्हा का भी खास बताया जाता है।
बता दें कि मोइन कुरैशी मीट का बहुत बड़ा निर्यातक है। उसने उत्तरप्रदेश के रामपुर से अपना कारोबार शुरू किया था। सीबीआई ही नहीं राजनैतिक और कॉरपोरेट जगत में भी उसके कई लोग अच्छे दोस्त हैं। कई हाई प्रोफाइल लोगों से उसके अच्छे रिश्ते भी हैं।
ये भी पढ़े: सीबीआई ने भ्रष्टाचार और हवाला मामले में मांस निर्यातक मोइन कुरैशी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।