ग्रामीण इलाकों को और अस्पतालों को अधिक बेहतर बनाने के लिए गोद लेने की परंपरा बीजेपी ने साल 2014 से शुरू की। इस परंपरा के तहत बीजेपी के कई नेताओं ने गांवो को गोद लिया। अब बारी है स्वास्थ्य व्यवस्था को संभालने की, उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने राज्य के एमपी एमएलए से आग्रह किया है कि अस्पतालों को गोद लेकर बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था में योगदान दें।
स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने इस मुद्दे के लिए सांसदों और विधायकों को बकायदे पत्र लिखा है। अपने पांच पन्ने के पत्र में स्वास्थ्य मंत्री ने दोनों स्तर के अस्पतालों (सीएचसी/पीएचसी) में अनुमन्य सुविधाओं तथा वहां के लिए अलग-अलग संवर्ग के स्वीकृत पदों का पूरा ब्यौरा देते हुए लिखा है कि इन्हें गोद लेकर आप स्वस्थ समाज के सृजन में अपनी महती भूमिका का निर्वहन कर सकेंगे।
सांसदों व विधायकों को संबोधित पत्र में स्वास्थ्य मंत्री ने लिखा है कि प्रदेश के नागरिकों के जीवन स्तर एवं स्वास्थ्य में सुधार लाने में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की अहम भूमिका है। यूपी जैसे घनी आबादी वाले प्रदेश में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण से संबंधित सेवाओं को प्रदान करने के उद्देश्य से तीन स्तरीय चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जा रही है।
प्रदेश में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सुविधाओं को उन्नत करने की दिशा में प्रदेश सरकार द्वारा किए गए प्रयासों के क्रम में आप अपने विधानसभा अथवा संसदीय क्षेत्र में स्थित प्राथमिक स्वस्थ्य केंद्र अथवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को गोद लेकर एवं उनका सतत् निरीक्षण कर, वहां आने वाले मरीजों से संवाद स्थापित कर तथा उनसे प्राप्त सुझावों से राज्य सरकार को आसानी से त्वरित गति से अवगत करा सकते हैं। साथ ही जरूरत के मुताबिक विधायक या सांसद निधि का उपयोग करते हुए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने एवं स्वस्थ समाज के सृजन में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं।
बता दें कि राज्य में कोरोना काल में स्वास्थ्य व्यवस्था पर लोगों ने खूब चुटकी ली है। इस बात को मद्दे नजर रखते हुए सरकार ने अस्पतालों को गोद लेने के लिए विधायकों से आग्रह किया है।