बारिश और ठंड के बीच दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसानों की आज एक बार फिर से सरकार के साथ बैठक हुई। लेकिन यह बातचीत भी बेनतीजा रही। अब अगली बैठक 8 जनवरी को होगी। बता दें कि पिछली बातचीत में सरकार ने किसानों की दो बातें मान ली थी- बिजली संशोधन विधेयक 2020 और पराली जलाना जुर्म नहीं। लेकिन सूत्रों के अनुसार इस बार की बैठक में अन्य मुद्दों पर सहमति नहीं बन सकी ।
सरकार के मंत्रियों के साथ वार्ता के बाद किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि 8 जनवरी 2021 को सरकार के साथ फिर से मुलाकात होगी। उन्होंने कहा कि तीनों कृषि कानूनों को वापिस लेने पर और MSP के मुद्दे पर 8 तारीख को फिर से बात होगी। उन्होंने कहा कि हमने सरकार को बता दिया है कानून वापसी नहीं तो घर वापसी नहीं ।
किसानों और सरकार के बीच वार्ता में किसान संगठनों के MSP पर लिखित आश्वासन और तीनों कृषि कानूनों को वापस करने की मांग पर सरकार ने कहा एक संयुक्त कमेटी बना देते हैं वो तय करे कि इन तीनों कानूनों में क्या क्या संशोधन किए जाने चाहिए। सूत्रों के अनुसार सरकार के इस प्रस्ताव को किसान संगठनों ने खारिज कर दिया। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने भी इस बात की ओर इशारा किया था कि एक कमिटी बना कर मसले को सुलझाया जाना चाहिए।

इससे पहले आज सुबह किसानों संग आज होने वाली बातचीत को लेकर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बयान दिया था कि उन्हें उम्मीद है कि आज कुछ सकारात्मक नतीजा निकलेगा। बैठक में हर विषय पर मंथन होगा। परंतु किसान अपनी बात पर अड़े रहे। किसान नेता कृषि कानूनों को वापस लेने पर अड़े रहे। ऐसे में बातचीत बिना किसी मुकाम पर पहुंचे समाप्त हो गई। ऐसे में निराश कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने पत्रकारों से बात करते हुए, निराश स्वर में कहा कि ताली दोनों हाथों से बजती है।