आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा न मिलने से खफा टीडीपी (तेलुगु देशम पार्टी) ने एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) से नाता तोड़ दिया है। टीडीपी ने बुधवार को केंद्र का साथ छोड़ने का ऐलान कर दिया। केंद्र में टीडीपी के दो मंत्री वाईएस चौधरी तो दूसरे अशोक गजपति राजू गुरूवार को इस्तीफा देंगे। तो वही दूसरी ओर गुरुवार सुबह बीजेपी के दो मंत्रियों ने आंध्र प्रदेश की नायडू सरकार के मंत्रीपद से इस्तीफा दे दिया है।
ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि राजग को इसका खामियाजा 2019 में होने वाले आम चुनाव में भुगतना पड़ सकता है क्योंकि लोकसभा में आंध्रप्रदेश से 25 सीटें हैं। वहीं दूसरी ओर टीडीपी के नेता चंद्रबाबू नायडू ने प्रधानमंत्री पर आरोप मढ़ते हुए कहा, कि पीएम इस मामले को सुलझाना ही नहीं चाहते हैं, पीएम ने उन्हें मिलने का वक्त नहीं दिया और न ही उनके फोन का जवाब दिया।
बता दे, इस बात से नाराज आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री नायडू ने बीजेपी से नाता तोड़ लिया है, जिसकी जानकारी उन्होंने ट्वीट के जरिए भी दी।
I tried reaching out to the Prime Minister to inform him about our decision. But sadly, he was unavailable.
— N Chandrababu Naidu (@ncbn) March 7, 2018
इस ट्वीट से पहले नायडू ने दो और ट्वीट किए, जिसमें से एक में लिखा, केंद्र एक तरफा निर्णय ले रहा है जिस वजह से हमारा धैर्य अब खत्म हो गया है। जब केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने का उद्देश्य पूरा नहीं हुआ, तो अब इस्तीफा देना ही ठीक रहेगा।
The Centre has been taking one sided decisions and our patience has run out now. When the purpose of joining the union cabinet hasn’t been fulfilled, it’s best to resign now.
— N Chandrababu Naidu (@ncbn) March 7, 2018
इसके बाद एक और ट्वीट करते हुए वह बोले, मैं किसी से नाराज नहीं हूं, लेकिन मैंने ये निर्णय आंध्र प्रदेश के जनता की भलाई के लिए लिया है।
I am not angry with anyone. This decision has been taken only to benefit the people of Andhra Pradesh.
— N Chandrababu Naidu (@ncbn) March 7, 2018