जैसे-जैसे चुनावी दौर खत्म होता जा रहा है वैसे-वैसे नेताओं के विवादास्पद बयानों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। इस बार इस लिस्ट में अखिलेश यादव एक बार फिर आ गए हैं। अखिलेश यादव मतदाताओं को धन स्वीकार करने की बात कहते हुए भदोही में कहा कि वे अन्य दलों से पैसा ले लें लेकिन वोट ‘साइकिल’ को दें।
यूपी में होने वाले सातवें और आखिरी चरण के चुनाव के प्रचार दौरान भदौही में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि,’मैंने सुना है कि वोटरों को पैसा दिया जा रहा है, मेरी आपको सलाह है कि पैसा अपने पास रख लीजिए और साइकिल को वोट दे दीजिए, ‘साइकिल’ प्रदेश की सत्ताधारी समाजवादी पार्टी का चुनाव चिन्ह है’। चुनाव आयोग पहले ही कई बार नेताओं को चेतावनी दे चुका है कि वे जनसभा और रैलियों के दौरान अपनी भाषा पर संयम रखें और सोच समझकर बयान दें। ऐसे में अखिलेश का यह विवादित बयान उनकी मुश्किलें बढ़ा सकता है।
गौरतलब है कि केंद्रीय रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर और दिल्ली के मुख्यमंत्री भी ऐसे ही बयान देकर विवादों में घिर चुके हैं। आयोग ने गोवा विधानसभा चुनाव के दौरान पर्रिकर द्वारा दिये कुछ ऐसा ही बयान दिया गया था जिसे मतदाताओं को वोट के बदले नोट लेने का प्रलोभन माना था। इससे पहले अरविंद केजरीवाल के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए जा चुके हैं। केजरीवाल ने भी गोवा विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान वोटरों से अन्य दलों से धन स्वीकार करें लेकिन वोट आम आदमी पार्टी को वोट देने के लिए अपील की थी।