Swadesh Conclave 2022: स्वदेश कॉन्क्लेव एंड अवार्ड्स कार्यक्रम की शुरुआत हो गई है। सोमवार को केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, राजश्री राय और प्रदीप राय ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की है। बता दें कि स्वदेश कॉन्क्लेव अपने आप में एक अनोखी तरह की पहल है। इस पहल के तहत एपीएन न्यूज, बालाजी फाउंडेशन के साथ मिलकर विभिन्न क्षेत्रों के लोगों को उनकी उपलब्धियों के लिए सम्मानित करता है।

स्वदेश कार्यक्रम में शिरकत करते हुए केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि हमारा देश शहरों और गांवो में बटा हुआ है। हमारे देश में लघु उद्योग में काम करने वाले लोग एक गांव तबके से आते हैं।हमारा gtb का में 40 परसेंट हिस्सा इसी छेत्र से आता है। उन्होंने कहा कि 11 करोड़ जॉब लोगो को इसी उद्योग से मिले हैं।
हमने तय किया की हम और जॉब लाएंगे हम 30 जो gtb हिस्सा है उसे हम 40 प्रतिशत करेंगे।

- केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि देश आजादी का 75 वां वर्ष अमृत महोत्सव के रूप में मना रहा है। इस मौके पर ऐसे आयोजन निसंदेह हम सभी के अंदर राष्ट्रवाद का प्रसार करते हैं।
- कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि पीएम मोदी आउट ऑफ बॉक्स फैसला लेते हैं। उन्होंने कहा कि 8 वर्षो में क्रान्तिकारी परिवर्तन हुआ है।
- केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि स्वदेश कार्यक्रम का आयोजन करके आपने हमारा जो काम है उसे कर दिया..इसलिए मैं राजश्री जी का धन्यवाद करता हूं।

केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने स्वदेश कार्यक्रम में कहा कि किसी देश को विश्व का सर्वश्रेष्ठ बनाने में उसमें नैतिकता और कर्तव्य की बात आती है। देश सफलता के 75 साल के रूप में आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। ये हमारे लिए स्वाभिमान का अवसर है। प्रकृति की रक्षा करेंगे तो वो हमारी रक्षा करेंगे। सभी प्रकृति को श्रेष्ठ मानते हैं। हम इसे कैसे बनाए रखे इसे समझना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जनसंख्या को हम कैसे नियंत्रण कैसे करे ये हमारे लिए चैलेंज है।

कार्यक्रम में कानून राज्य मंत्री एस पी सिंह बघेल ने कहा कि यह एक सुखद संयोग है कि आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष के दौरान देश के सर्वोच्च पद पर देश की सबसे निचले तबके के की महिला विराजमान हैं, और पद की शोभा बढ़ा रही हैं।

Swadesh Conclave 2022
स्वदेश कॉन्क्लेव एक थीम आधारित मंच है, जो कि समाज के हाशिये के लोगों को सशक्त करने और प्रेरित करने का काम करता है। जिससे समाज का यह कमजोर तबका न सिर्फ गरीबी से बाहर निकले बल्कि राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान भी दे सके। जिससे कि आजादी के 100 साल पूरे होने तक भारत पूरी दुनिया में अपना सही मुकाम हासिल कर सके।
स्वदेश अवॉर्ड्स की शुरूआत साल 2020 में की गयी थी। ‘स्वदेश’ उन लोगों, प्रोजेक्ट और संस्थाओं को सम्मानित करने का काम करता है, जिन्होंने भारत को एक बेहतर राष्ट्र बनाने के लिए अथक प्रयास किया है। स्वदेश अवॉर्ड असाधारण उपलब्धियों को हासिल करने के लिए दिया जाता है। समाज को डिजिटल, वित्तीय और सामाजिक तौर पर समावेशी बनाने के लिए लोगों को पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है।
स्वदेश मंच के जरिए प्रशासन,समावेशी विकास, टेक्नोलॉजी और उसके एप्लीकेशन, कॉरपोरेट लीडरशिप,कॉरपोरेट गवर्नेंस,सिटिजन सर्विस डिलीवरी, कैपेसिटी बिल्डिंग और इसी तरह के दूसरे क्षेत्रों में योगदान के लिए पुरस्कार दिया जाता है। ‘स्वदेश’ न सिर्फ असाधारण प्रतिभाओं ,संगठनों और लोगों की पहचान करता है बल्कि समाज का मार्गदर्शन करने और नेतृत्व प्रदान करने का भी काम करता है।
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