चुनाव नजदीक है। देश की दोनों राष्ट्रीय पार्टियों के साथ ही क्षेत्रीय पार्टियां भी अपना दमखम दिखाने में जुट गई हैं। एक तरफ महागठबंधन में कोई चेहरा दिखाई नहीं पड़ रहा है तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी इस बार भी पीएम मोदी का चेहरा लेकर अपने सैनिकों को उतारेगी। इस दृष्टिकोण से देखा जाए तो बीजेपी खेमा काफी मजबूत दिखाई पड़ रहा है क्योंकि चुनाव के तराजू में पीएम मोदी का चेहरा काफी भारी पड़ने वाला है। जी हां, एक ताजा ऑनलाइन सर्वे में 63 फीसद से अधिक प्रतिभागियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में अपना पूरा विश्वास जताया। जबकि पचास फीसद मतदाताओं का कहना है कि मोदी के लिए बतौर प्रधानमंत्री दूसरा कार्यकाल जनता के बेहतर भविष्य के लिए आवश्यक है। सर्वेक्षण के मुताबिक 63 फीसदी लोगों ने नरेंद्र मोदी पर 2014 की तुलना में और ज्यादा भरोसा जाहिर किया है और पिछले चार सालों में उनके नेतृत्व क्षमता पर संतोष व्यक्त किया है।
इस सर्वेक्षण को कांग्रेस ने फर्जी बताया है। कांग्रेस का कहना है कि ये सिर्फ हवाबाजी है और कुछ नहीं। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा मोदी सरकार लोगों का भरोसा गंवा चुकी है और पांच चुनावी राज्यों में जबरदस्त हार का सामना कर रही है। अब वह अनुचित साधनों से जुटाए गए वित्तीय संसाधनों का इस्तेमाल कर फर्जी सर्वेक्षणों के जरिए वैधता हासिल करना चाहती है। इस सर्वेक्षण में यह भी कहा गया है कि 50 फीसदी प्रतिभागियों का मानना है कि मोदी के दूसरे कार्यकाल से उनको बेहतर भविष्य मिलेगा।
पांच चुनावी राज्यों के मामले में सर्वेक्षण में दावा किया गया है कि मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के लोगों का अभी मोदी में भरोसा बना हुआ है। मिजोरम के रूझान के बारे में कुछ बताए बिना सर्वेक्षण में कहा गया है, ‘‘तेलंगाना एकमात्र ऐसा राज्य है जो इस रूझान के खिलाफ है।’’