कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने तंज कसते हुये कहा कि अमेठी की जनता एक बात अच्छी तरह जान चुकी है कि राहुल गांधी ताजपोशी का ख्वाब लेकर उनके घर पधारते है जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ता यहां विकासपरक योजनाओं के साथ कदम रखते हैं। गौरीगंज के संयुक्त जिला अस्पताल में सिटी स्केन मशीन का उदघाटन करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में स्मृति ईरानी ने कहा “ मुझे इस बात की खुशी है कि 2019 के आगाज़ के साथ राहुल गांधी अमेठी की जनता को दर्शन देने पर विवश हुए हैं लेकिन फर्क देखिए भाजपा के कार्यकर्ता अमेठी की जमीं पर विकास के लिये उतरते हैं वहीं राहुल गांधी यहां अपनी ताज पोशी का ख्वाब लेकर आते हैं।”
उन्होने कहा “ 2014 में हमने अमेठी की जनता को आश्वस्त किया था कि पांच सालों में एक बार ईद के चांद की माफिक दर्शन देने वाले राहुल गांधी भाजपा के शासनकाल में बार-बार दर्शन कराएगे।” राहुल गांधी के अमेठी के दो दिवसीय दौरे के कार्यक्रम में हुए बदलाव पर उन्होंने तंज कसते हुए कहा “ अंधेरे में आ रहे, आप ही निष्कर्ष निकालिये।”
लोगों ने राहुल के प्लेन को बनाया मुद्दा
साल 2014 के लोकसभा चुनाव में स्मृति ईरानी और राहुल गांधी कामुकाबला बेहद चर्चा का विषय रहा था। राहुल गांधी-स्मृति ईरानी का आमना-सामना सोशल मीडिया पर बड़ी चर्चा का विषय बना हुआ है और हवा स्मृति ईरानी की ओर है। ट्विटर पर #अमेठी की बेटी स्मृति खूब ट्रेंड हो रहा है, जिसमें उनके समर्थन में लगातार ट्वीट हो रहे हैं। ट्वीट में लोग कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साध रहे हैं। लोगों के मुताबिक अमेठी में राहुल गांधी से ज्यादा काम स्मृति ईरानी ने किया है।
. @RahulGandhi is going to Amethi via chartered flight @smritiirani has done to Amethi via a commercial flight. naamdaar vs kaamdaar #AmethiKiSmriti
— अंकित जैन (@indiantweeter) January 4, 2019
My sources telling me that initially @RahulGandhi was booked on the same flight as @smritiirani but latest update is that Rahul will now land directly in Fursatganj, Amethi through a private jet at 4pm. All morning programs have been altered. I wonder why?? #AmethiKiSmriti https://t.co/jdQycscLu5
— Priti Gandhi (@MrsGandhi) January 4, 2019
This will be Rahul Gandhi’s first visit to Amethi after his party’s wins in assembly elections. Never visited and no development in Rahul Gandhi constituency. Smriti Irani ji doing good job there #AmethiKiSmriti
— DharmvirJangra (@dharmvirjangra9) January 4, 2019
ईरानी ने कहा कि राहुल गांधी के लिए धर्म तब एजेंडा बनता है जब उनके सर पर चुनाव हावी होता है। वह अगर करप्शन की बात करते हैं तो पहले ये तो बता दें कि क्रिश्चियन मिशेल किस इटालियन लेडी और बेटे आर का नाम ले रहे हैं। सबसे पहले उसका जवाब दे दें देश की जनता को तब आगे की बात होगी। राफेल मुद्दे के संबंध में उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय इस विषय पर बोल चुकी है, देश की संसद में भारतीय जनता पार्टी अपना पक्ष रख चुकी है तब भी राहुल गांधी को अगर सत्य रास न आए और वो झूठ के सामनें अपनी राजनीति करना चाहे तो उसमें आप क्या कर सकते हैं। उनके लिए विषय इतना गंभीर नहीं, अगर होता तो हमारे देश की स्पीकर पर इस तरह से कागज फाड़-फाड़ कर कांग्रेस के नेता न उड़ाते।
उन्होने कहा कि कांग्रेस के मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश में उत्तर प्रदेश के लोगों को नौकरियों को न देने की बात करी तब राहुल गांधी ने कांग्रेस के मुख्यमंत्री के बयान का खंडन नहीं किया। ये सत्य है कि राहुल गांधी का जो पोस्टर लगा रहे हैं आज उनको भी पता है राहुल गांधी को महागठबंधन में इस प्रकार का आशीर्वाद न मायावती से प्राप्त हुआ है, न अखिलेश से प्राप्त हुआ है, न ममता से प्राप्त हुआ है। तो अगर खुद ख्वाब देखना चाहें तो मुंगेरी लाल के सपने देखने में किसने मना किया है।
इससे पहले ईरानी ने कांग्रेस पर अयोध्या में राम मंदिर मसले पर बाधा खड़ी करने का आरोप लगाते हुये कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को आस्था से जुड़े इस विषय पर अपनी पार्टी का पक्ष स्पष्ट करना चाहिये। रायबरेली सीमा पर स्थित सलोन विधानसभा क्षेत्र में पत्रकारों से बातचीत में ईरानी ने कहा कि राम मंदिर के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पहले ही साफ़ कर चुके है कि सरकार इस मसले पर उच्चतम न्यायालय के फैसले का इंतज़ार करेगी। उन्होने कहा कि कांग्रेस के वकील उच्चतम न्यायालय में आस्था से जुड़े इस मसले पर बाधा खड़ी कर रहे है। इस बात का जवाब राहुल राहुल गांधी को देना है कि कांग्रेस मंदिर मुद्दे में रोड़ा क्यों अटका रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष पर हमलावर केंद्रीय मंत्री ने कहा “ मध्य प्रदेश में उत्तर प्रदेश के लोगों को रोज़गार ना दिए जाने के फैसले पर राहुल चुप क्यों है। राहुल की चुप्पी ये बताने के लिए काफी है कि वो यूपी के युवाओं को रोज़गार नहीं दे सकते है। राहुल गांधी ने एमपी के मुख्यमंत्री कमलनाथ के बयान का खंडन क्यों नहीं किया।”
-साभार, ईएनसी टाईम्स