राजधानी दिल्ली की हवा लगातार खराब होती चली जा रही है। बुधवार सुबह राजधानी दिल्ली के कई इलाकों में स्मॉग की वजह से धुंध छाई हुई है। दिल्ली में हवा की गति धीमी होने और आर्द्रता का स्तर ज्यादा होने के कारण हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में पहुंच गई है।
एअर क्वालिटी इंडेक्स के मुताबिक, बुधवार सुबह दिल्ली के रोधी रोड में हवा में पीएम 2.5 की मात्रा 273 एवं पीएम 10 की मात्रा 266 थी, जो खराब श्रेणी में आता है। लोधी रोड क्षेत्र में सुबह स्मॉग की धुंध देखने को मिली।
वहीं हवा की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए कृत्रिम बारिश के विकल्प को अपनाने पर केन्द्र और राज्य सरकार के बीच विचार विमर्श का दौर जारी है। केन्द्रीय पर्यावरण मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को कहा, “कृत्रिम बारिश का विकल्प अभी सिर्फ चर्चा के स्तर पर है।
मौसम संबंधी हालात स्थिर होने पर इस सप्ताह कृत्रिम बारिश का विकल्प अपनाया जा सकता है। अगर मौसम स्थिर नहीं होता है तो इसके लिये अगले सप्ताह तक इंतजार करना पड़ेगा।”
आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार को पीएम 2.5 (हवा में मौजूद 2.5 माइक्रोमीटर से कम व्यास के कणों) का स्तर हवा में 220 दर्ज किया गया जबकि पीएम 10 का स्तर 369 रहा। वायु गुणवत्ता सूचकांक में शून्य से 50 अंक तक हवा की गुणवत्ता को ‘अच्छा’, 51 से 100 तक ‘संतोषजनक’, 101 से 200 तक ‘मध्यम व सामान्य’, 201 से 300 के स्तर को ‘खराब’, 301 से 400 के स्तर को ‘अत्यंत खराब’ और 401 से 500 के स्तर को ‘गंभीर’ श्रेणी में रखा जाता है।
बता दें साल 2016 में सरकार ने कृत्रिम वर्षा की संभावना तलाशने का प्रयास किया था, लेकिन योजना को अमली जामा नहीं पहनाया जा सका। पिछले साल सरकार ने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री हर्षवर्द्धन को हेलिकॉप्टर से दिल्ली में पानी का छिड़काव करके धूल कम करने की संभावना तलाशने का प्रस्ताव दिया था।