भारतीय रेलवे कैटरिंग डिपार्टमेंट की खरीददारी सुनकर आप निश्चित तौर पर हैरान रह जाएंगे। आरटीआई से प्राप्त जानकारी के अनुसार रेलवे कैटरिंग द्वारा खरीदे गए खाद्य पदार्थों के हैरत कर देने वाले दामों का खुलासा हुआ। जिसको जानकर सभी सकते में हैं।

shocking disclosure of railway Catering scamआरटीआई कार्यकर्ता अजय बोस को जब मालूम हुआ कि रेलवे कैटरिंग डिपार्टमेंट घाटे में है तो उन्होंने जुलाई 2016 में आरटीआई दाखिल कर जानकारी हासिल करनी चाही मगर पहली बार दायर की गई अपील से जो उनको सूचना प्राप्त हुई उससे उन्हें लगा कि रेलवे सेंट्रल डिपार्टमेंट कुछ छिपाने की कोशिश कर रहा है।  इसके बाद जब दूसरी बार आरटीआई दाखिल की गई थी तो चौंकाने वाले मामला सामने आया।

जानकारी के मुताबिक भारतीय रेलवे के सेंट्रल रेलवे कैटरिंग डिपार्टमेंट में दही 972 रुपये प्रति 100 ग्राम और तेल 1 हजार 253 रुपये प्रति लीटर की दर से खरीदा गया है। सेंट्रल रेलवे कैटरिंग डिपार्टमेंट ने इन चीजों को उन पर लिखे अधिकतम विक्रय मूल्य यानि एमआरपी से कई गुना ज्यादा की दर पर खरीदा है। इतना ही नहीं मार्च 2016 में 58 लीटर रिफाइंड तेल 72 हजार 34 रुपये यानि 1 हजार 241 रुपये प्रति लीटर की दर से खरीदा गया। जबकि, टाटा नमक के 150 पैकेट 2 हजार 670 रुपये यानि 49 रुपये प्रति पैकेट की दर से खरीदे गए। पानी की बोतल और कोल्ड ड्रिंक की खरीद 59 रुपये प्रति बोतल की दर से की गई।

इसी तरह रेलवे ने चिकन, अरहर दाल, मूंग दाल, बेसन और टिश्यू पेपर को भी बाजार भाव से काफी अधिक दर पर खरीदा है। 570 किलो अरहर की दाल 89 हजार 610 रुपये यानि 157 रुपये प्रति किलो के हिसाब से खरीदी गई। 650 किलो चिकन 1 लाख 51 हजार 586 रुपए यानि 233 रुपये प्रति किलो की दर से खरीदा गया।  इसी तरह 148.5 किलो मूंग दाल की खरीद 89 हजार 610 रुपये यानि 157 रुपये प्रति किलो के हिसाब से की गई, तो 178 पानी और कोल्ड ड्रिंक्स के बॉक्स 1 लाख 6 हजार 31 रुपये यानि 59 रुपये प्रति बोतल की दर से खरीदे गए।

इस पर रेलवे डिपार्टमेंट ने सफाई देते हुए कहा कि यह निश्चित तौर पर टाइपिंग एरर है। फिलहाल मामले की तह तक पहुंचने के लिए जांच की जा रही है।

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