मुंबई में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की रैली को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं ने जमकर तैयारियां की हैं,..इसके लिए संगठन ने पूरी ताकत झोंक दी है…आखिर बात पार्टी मुखिया की रैली की है…हालांकि, रैली के बहाने शाह पुराने साथी से नये सियासी आलोचक बने शिवसेना को अपनी ताकत का अहसास कराने में जुटी है…जिसकी शानदार झलक वह शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और अपने आलोचकों को दिखाना चाहती है…बीजेपी शिवसेना नेताओं की भागीदारी लेकर पूछे जाने वाले सवाल पर इसे पार्टी का आंतरिक सम्मेलन बता रही है…इसके लिए बीकेसी मैदान में तीन विशाल मंच, सम्मेलन के लिए सात शामियाने और रात में कार्यकर्ताओं के रुकने के लिए दो खास शामियानों की व्यवस्था की गई है…खबर है कि, रैली में पांच लाख लोग आएंगे…दरअसल, इसके जरिये बीजेपी आगामी लोकसभा चुनाव के लिए अपने अभियान का आगाज कर अपनी ताकत की झलक दिखाएगी…लेकिन, शिवसेना की सियासी सेहत पर शाह की इस रैली से कोई खास फर्क पड़ता नहीं दिखता…
मुंबई रैली में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, नितिन गडकरी, महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस, राज्य बीजेपी अध्यक्ष राव साहेब दानवे पाटिल और अन्य शीर्ष पदाधिकारी मौजूद रहेंगे…इस दौरान शाह राज्य और केंद्र सरकार की खूबियां गिनाने के साथ ही विरोधियों पर जमकर जुबानी वार करेंगे…
इस विशाल सम्मेलन में महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, बिहार, कर्नाटक और तमिलनाडु के तीन लाख से ज्यादा कार्यकर्ता, जिसमें बूथ स्तर से लेकर संसद सदस्य, शामिल होंगे…अमित शाह यहां पार्टी की कोर समिति के शीर्ष नेताओं से मुलाकात करेंगे…रैली के लिए 80 हजार बूथ प्रमुख, 26 शाखा और इकाई पदाधिकारी, पांच हजार ग्राम सरपंच, 97 बड़े और छोटे नगर निकायों के सदस्य, सभी सांसद, विधायक, जिला और उप जिला अध्यक्ष यहां पहुंचे हैं…महाराष्ट्र और अन्य राज्यों से 50 हजार से ज्यादा बसों व वाहनों से और 28 विशेष रेलगाड़ियों से कार्यकर्ता बीकेसी मैदान पहुंच रहे हैं…ऐसे में मुंबईकरों को आज ट्रैफिक जाम से दो-चार तो हाना ही पड़ेगा…इतिहास में झांका जाए तो, बीजेपी का मुंबई से एक भावनात्मक संबंध रहा है…क्योंकि पार्टी के गठन के बाद इसका पहला सम्मेलन 1980 में मुंबई में ही हुआ था…और इसके पहले अध्यक्ष अटल बिहारी वाजपेयी बाद में देश के पीएम भी बने…
एपीएन डेस्क