उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सीलमपुर इलाके में एक नाबालिग लड़के की चाकू मारकर हत्या के बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया है। हालात को नियंत्रण में रखने के लिए इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। दूसरी ओर, पीड़ित परिवार और स्थानीय लोग बीती रात से लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि आरोपियों को फांसी की सजा दी जाए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता से न्याय की अपील की है।
‘हिंदू पलायन’ के लगाए गए पोस्टर
इस हिंसक वारदात के बाद इलाके में एक और चिंता जनक चीज़ सामने आई है—स्थानीय लोगों ने मोहल्ले में पोस्टर लगाकर दावा किया है कि “हिंदू समुदाय पलायन कर रहा है”। यह पोस्टर घरों के बाहर और सार्वजनिक जगहों पर चिपकाए गए हैं, जिनमें हत्यारों को सख्त सजा देने की मांग की गई है।
क्या है मामला?
घटना गुरुवार शाम की है जब सीलमपुर के जे-ब्लॉक में 17 साल के एक किशोर की चाकू मारकर हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान राजवीर के बेटे कुणाल के रूप में हुई है। जानकारी के मुताबिक, शाम करीब 7:38 बजे उस पर हमला किया गया।
पुलिस को जैसे ही घटना की जानकारी मिली, टीम मौके पर पहुंची और कुणाल को तुरंत जेपीसी अस्पताल ले जाया गया। हालांकि, डॉक्टरों की कोशिशों के बावजूद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
पुलिस की कार्रवाई जारी
दिल्ली पुलिस ने केस की गंभीरता को देखते हुए क्राइम टीम को जांच में लगाया है। सीलमपुर थाने में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। हमलावरों की तलाश के लिए कई टीमें गठित की गई हैं। पुलिस घटना की तह तक पहुंचने के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है और चश्मदीदों से पूछताछ की जा रही है।
इलाके में डर का माहौल, सुरक्षा की मांग
इस घटना के बाद न्यू सीलमपुर के निवासी दहशत में हैं और उन्होंने सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है। लोगों का कहना है कि हाल की आपराधिक घटनाएं दिल्ली में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करती हैं। उन्होंने प्रशासन से सख्त और त्वरित कार्रवाई की मांग की है।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की चुप्पी
इस बीच, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता से ‘हिंदू पलायन’ जैसे गंभीर आरोपों पर प्रतिक्रिया मांगी गई है, लेकिन उन्होंने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि मुख्यमंत्री खुद मौके पर आकर सुरक्षा का आश्वासन दें और कुणाल के परिवार को न्याय दिलाएं।
ट्रैफिक जाम और प्रशासन की कोशिश
घटना के बाद मेन रोड पर भारी जाम की स्थिति बनी हुई है। एडिशनल डीसीपी संदीप लामा प्रदर्शनकारियों को हटाने और ट्रैफिक सुचारू करने के प्रयास में लगे हैं। उन्होंने कुछ हद तक सड़क खाली कराई है, लेकिन अभी भी आधी सड़क पर जाम बना हुआ है।