Sanjay Singh : आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता संजय सिंह की मुश्किलें खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। फिलहाल संजय सिंह आबकारी नीति मामले में दिल्ली की जेल में बंद हैं। अब उन्हें लखनऊ कोर्ट से भी बड़ा झटका मिला है।
अदालत ने उत्तर प्रदेश के पूर्व जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह द्वारा दाखिल मानहानि मामले में संजय सिंह पर 1 लाख का जुर्माना लगाया है। इसके साथ ही कोर्ट ने यह भी आदेश दिया है कि बीजेपी के नेता डॉ महेन्द्र सिंह के खिलाफ की गई टिप्पणियों को तुरंत सभी सोशल मीडिया अकाउंट से हटाया जाए। कोर्ट ने संजय सिंह को 2 महीने के अंदर जुर्माने की राशि महेंद्र सिंह को देने का आदेश दिया है। अगर संजय सिंह ऐसा नहीं करते हैं तो उन्हें फैसले की तारीख से 6% ब्याज सहित जुर्माना देना होगा।
Sanjay Singh : इस मामले पर अदालत में बीजेपी के नेता डॉ महेन्द्र सिंह की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता और उत्तर प्रदेश बार काउंसिल के सह-अध्यक्ष प्रशांत सिंह अटल ने बहस की थी। कोर्ट के फैसले के बाद प्रशांत सिंह ने भी एक प्रेस रीलीज जारी किया जिसमें उन्होंने कोर्ट द्वारा दिए गए फैसले को विस्तार से बताया है। जिसमें कहा गया है, “कोर्ट में संजय सिंह की तरफ से कोई सबूत या दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया गया। कोर्ट ने इस पर नाराजगी जताते हुए सख्त आदेश दिया है। ताजा फैसले से पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह को बड़ी राहत मिली है। उन पर लगे कोई भी आरोप प्रमाणित करने के लिए संजय सिंह दस्तावेज नहीं प्रस्तुत कर पाए। महेंद्र सिंह को तमाम आरोपों से क्लीन चिट मिली। ”
दो वर्ष पहले दर्ज किया गया था मामला
दरअसल, दो साल पहले उत्तर प्रदेश के तत्कालीन जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने गलत आरोप लगाने को लेकर लखनऊ कोर्ट में AAP नेता संजय सिंह के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज किया था। लखनऊ कोर्ट ने इस मामले पर संजय सिंह पर जुर्माना लगाते हुए और टिप्पणी करते हुए कहा, “प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर निराधार आरोप लगाना संजय सिंह की आदत बन गई है। वे अपने आरोपों के पक्ष में कोई सबूत नहीं पेश कर पाए हैं, जबकि महेंद्र सिंह बीजेपी के एक ज़िम्मेदार नेता हैं और उनकी छवि एक सम्मानित राजनेता की है”