शराब कारोबारी विजय माल्या की संपत्तियों को बेचकर चुन-चुन कर एक-एक पैसा वसूला जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, अब तक 963 करोड़ रुपए वसूल लिए गए हैं। इसके साथ ही हाल ही में ब्रिटेन की अदालत के फैसले के बाद भारतीय बैंकों की उम्मीदें और भी बढ़ गई हैं कि शेष बचे पैसे भी जल्द ही वसूल लिए जाएंगे। बता दें कि भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के नेतृत्व वाले 13 बैंकों के कंसोर्टियम ने भगोड़ा शराब कारोबारी विजय माल्या की भारत में मौजूद संपत्तियों को बेचकर 963 करोड़ रुपये की वसूली कर ली है। माल्या पर बैंकों से करीब 9,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी और मनी लांड्रिंग का आरोप है।
जब से लंदन कोर्ट ने शराब कारोबारी विजय माल्या के खिलाफ फैसला दिया है तब से बैंकों की उम्मीदें और भी बढ़ गई है। एसबीआई के प्रबंध निदेशक अरिजीत बसु ने कहा कि भारतीय बैंकों ने ब्रिटेन के साथ मिलकर बकाया वसूली की कोशिशें तेज कर दी है। बसु ने कहा कि बृहस्पतिवार को ब्रिटेन के एक हाईकोर्ट ने ब्रिटिश प्रवर्तन अधिकारियों को लंदन में माल्या की संपत्तियों में तलाशी और जब्ती का आदेश दिया है। यह फैसला भारतीय बैंकों के भी पक्ष में है। इससे कर्ज का बड़ा हिस्सा वसूल हो जाएगा। बसु ने बताया कि ब्रिटेन की अदालत का आदेश दुनिया भर में माल्या की संपत्तियां जब्त करने का है। इससे भारतीय बैंकों को पूरी बकाया रकम वसूल करने में मदद मिलेगी।
एसबीआई के प्रबंध निदेशक अरिजीत बसु ने सरकारी बैंकों की आगे की रणनीति बताते हुए कहा कि ब्रिटिश कोर्ट के फैसले से साबित हुआ है कि हम सही रास्ते पर हैं। बता दें कि वित्त मंत्रालय की तरफ से पिछले वर्ष संसद में यह बताया गया था कि माल्या की कंपनी पर सरकारी बैंकों का कुल 9,431.65 करोड़ रुपये का कर्ज बाकी है। इसमें से अकेले आइडीबीआइ का कर्ज 1687.04 करोड़ रुपये का है। जबकि एसबीआइ का 1600 और पंजाब नेशनल बैंक का 1223 करोड़ रुपये का कर्ज है।