RBI मॉनेटरी पॉलिसी की बैठक में आज सुबह आरबीआई के गवर्नर शक्तिकान्त दास ने बैठक के नतीजे घोषित करते हुए बताया कि मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी के छह सदस्यों में से 5 सदस्यों में रेपो रेट में कोई कटौती नहीं करने के लिए वोट किया है। जुलाई और अगस्त महीने में खुदरा महंगाई दर आरबीआई के टोलरेंस बैंड 4 फीसदी के नीचे रहने के बावजूद आरबीआई ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है।
इस बार भी ब्याज दरों में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है यानी रेपो रेट 6.50% पर बरकरार रहेगा. MPC के 6 में से 5 सदस्य ब्याज दरों में बदलाव के पक्ष में नहीं। इसका मतलब है कि आम आदमी को फिलहाल होम लोन, ऑटो लोन समेत तमाम तरह के कर्ज पर EMI को लेकर कोई राहत नहीं मिलेगी। बता दें कि RBI ने आखिरी बार फरवरी 2023 में दरें 0.25% बढ़ाकर 6.5% की थीं, तब से किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया गया है।
आपको बता दें, रिजर्व बैंक ने 2024 में पांचवीं बार लगातार रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। महंगाई दर को काबू में रखने के लिए रिजर्व बैंक के प्रयास जारी हैं लेकिन रिजर्व बैंक के मुताबिक खाद्य महंगाई अभी भी टारगेट से ऊपर है और इसलिए रेपो रेट 6.50 फीसदी पर रखने का फैसला कियागया है। उन्होंने कहा, रेपो रेट में कमी होने का इंतजार कर रहे बैंकों के ग्राहकों को निराशा हाथ लगी है। फेडरल रिजर्व के इंटरेस्ट रेट में कमी के बाद लगा था कि रिजर्व बैंक भी रेपो रेट में बदलाव करेगा और त्योहारों से पहले महंगी EMI देने वालों को गिफ्ट देगा। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। गवर्नर ने कहा कि मंहगाई मे ग्लोबली कमी देखने को मिली सात ही घरेलू मैन्युफैक्चरिंग एक्टिविटी में मजबूती बरकरार है।