गुजरात विधानसभा चुनाव प्रचार विकास के मुद्दे को छोड़कर धर्म, जाति, और गालियों में बदल गया। वहीं इस चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कांग्रेस और पाकिस्तान के गठजोड़ के आरोप के बाद सियासत तेज हो गई। अब खुद पाकिस्तान इस विवाद में कूद पड़ा है और भारत को नसीहत देने की कोशिश की है।

पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने ट्विटर पर लिखा, अपनी चुनावी बहस में भारत अब पाकिस्तान को घसीटना बंद करे और ऐसे मनगढ़ंत षड्यंत्रों के बजाय अपने दम पर जीत हासिल करे जो बिल्कुल निराधार और गैरजिम्मेदार हैं।

वहीं, कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर सफाई दी। पहले ऐसी किसी मीटिंग से इनकार करने वाली कांग्रेस ने आज बताया कि इस मीटिंग में कौन कौन शामिल था।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने सफाई देते हुए कहा कि मनमोहन अपनी जिम्मेदारी समझते हैं। पाकिस्तान के तत्कालीन विदेश मंत्री कसूरी किसी शादी में शामिल होने दिल्ली आए थे। एक भोज में इनकी मुलाकात हुई थी, इसमें पूर्व राजदूत, पूर्व आर्मी चीफ, कई अधिकारी, पत्रकार भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि पीएम बताएं कि क्या अब खाने के लिए जाने पर भी इजाजत की जरूरत है? क्या पीएम को लगता है कि ये सभी पाकिस्तान के साथ मिलकर साजिश कर रहे थे?

शर्मा ने आगे कहा, पीएम कहते हैं कि गुजरात चुनाव के लिए कांग्रेस पाकिस्तान के साथ मिलकर साजिश रच रही है, ये अपमानजनक है। अपने पद की गरिमा को बनाए रखने के लिए पीएम को इस पर माफी मांगनी चाहिए। ये दूसरे दौर की वोटिंग के लिए मतदाताओं का ध्रुवीकरण करने की कोशिश है। ये बताता है कि बीजेपी जीत के लिए कितनी उतावली है लेकिन उसकी हार तय है।

उधर, आज बीजेपी ने एक बार फिर कांग्रेस पर हमला किया है। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि पाकिस्तान कांग्रेस को बचाने की कोशिश कर रहा है। पाकिस्तान वालों के साथ कांग्रेस की बैठक हुई थी। भारत के मामले में बाहरी दखल पसंद नहीं। कांग्रेस हमें पीएम मोदी पर नसीहत न दे। चुनाव में जीत किसकी होगी ये यहां की जनता तय करेगी। कांग्रेस ने गलतबयानी क्यों की, जबकि बैठक हुई जिसमें मनमोहन सिंह भी गए थे।

बता दें कि रविवार को पीएम मोदी ने एक जनसभा के दौरान मणिशंकर अय्यर पर हमला बोलते हुए कहा था कि उनके घर पर पाकिस्तानी उच्चायुक्त की सीक्रेट मीटिंग हुई थी जिसमें मनमोहन सिंह समेत कई वरिष्ठ नेता भी शामिल हुए थे। मोदी ने सवाल उठाया था कि उस गुप्त बैठक की जरूरत क्यों पड़ी थी और पाकिस्तान कांग्रेस नेता अहमद पटेल को मुख्यमंत्री बनाने का पक्ष क्यों ले रहा है?