बेशुमार पैसा, नाम, सुंदरता के बावजूद भी टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा ने कभी शादी नहीं की इसका मतलब ये नहीं है कि उन्हें कभी प्यार नहीं हुआ। एक इंटरव्यू में उन्होंने खुद अपनी लव लाइफ पर खुलासा किया था। टाटा के जीवन में प्यार ने चार बार दस्तक दी पर वे हालात के कारण रिश्तो की डोर को मजबूत नहीं कर पाए। इसके बाद फिर कभी रतन टाटा ने शादी के बारे में नही सोचा। आइए रतन टाटा के 83वें बर्थडे पर हम आपको उनकी लव लाइफ के बारे में बताते हैं।

जाने माने कारोबारी रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर 1937 को सूरत में हुआ था। इन्होंने खुद के लिए एक नई राह बनाई और कामयाबी भी हासिल की। बिजनेस की दुनिया में तो रतन टाटा ने खूब नाम कमाया लेकिन प्यार के मामले में वह असफल ही साबित हुए।
उन्होंने कहा, अगर आप पूछें कि क्या मैंने कभी दिल लगाया था, तो आपको बता दूं कि मैं चार बार शादी करने के लिए गंभीर हुआ और हर बार किसी न किसी डर से मैं पीछे हट गया। अपने प्यार के दिनों के बारे में टाटा ने कहा, जब मैं अमेरिका में काम कर रहा था, तो शायद मैं प्यार को लेकर सबसे ज्यादा सीरियसर हो गया था और हम केवल इसलिए शादी नहीं कर सके, क्योंकि मैं वापस भारत आ गया।

उन्होंने अपना दिल गाड़ियों से लगाया, रतन टाटा को कारों का बहुत शौक है। उनकी निगरानी में ग्रुप ने लैंड रोवर, जैगुआर, रेंजरोवर एक्वायर कीं। लखटकिया कार टाटा नैनो का गिफ्ट देने वाले भी रतन टाटा ही थे। रतन टाटा को विमान उड़ाने और पियानो बजाने का भी शौक है।
रतन टाटा पैदा तो समृद्ध परिवार में हुए थे लेकिन उनकी जिंदगी इतनी आसान नहीं रही। रतन टाटा जब 7 वर्ष के थे तो उनके पैरेंट्स अलग हो गए। उनका पालन-पोषण उनकी दादी ने किया।

भारत सरकार ने रतन टाटा को पद्म भूषण (2000) और पद्म विभूषण (2008) द्वारा सम्मानित किया। ये सम्मान देश के तीसरे और दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान हैं।
अपने रिटायरमेंट के बाद टाटा ने कहा था कि अब मैं बाकी जीवन अपने शौक पूरे करना चाहता हूं।अब मैं पियानो बजाऊंगा और विमान उड़ाने के अपने शौक को पूरा करूंगा।