केरला के कन्नूर जिले से एक शर्मनाक घटना सामने आई है। कन्नूर जिले के कोत्तियूर में एक नाबालिग लड़की का यौन उत्पीड़न करने और उसे गर्भवती करने के आरोप में एक चर्च के पादरी को गिरफ्तार किया गया है। नाबालिग पीड़िता ने एक बच्चे को जन्म दिया था। जन्म के बाद शिशु को एक अनाथालय में छोड़ दिया गया था।
पुलिस ने बताया कि कोत्तियूर में सेंट सेबेस्टियंस चर्च के 48 वर्षीय फ़ादर रॉबिन मैथ्यू को सोमवार रात हिरासत में लिया गया है। पादरी पर आईपीएस की धारा 367 और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार होने बाद पादरी ने अपना गुनाह कबूल भी कर लिया है।
पुलिस को इस अपराध का पता तब चला जब 7 फरवरी को कूथुपारम्बा के एक निजी अस्पताल में नाबालिग लड़की ने एक लड़के को जन्म दिया। बच्चों की सुरक्षा तथा अधिकार के लिए काम करने वाली संस्था चाइल्ड लाइन को इस बात की सूचना एक स्कूल छात्रा ने फोन करके दी,जिसके बाद उसने नाबालिग पीड़िता से संपर्क किया। पुलिस के मुताबिक शुरू में लड़की ने इस घटना के लिए अपने पिता को जिम्मेदार बताया था।
इसके बाद पुलिस ने लड़की के पिता से भी अकेले में पूछताछ की तो पिता ने भी बेटी की इस अवस्था के लिए खुद को ही जिम्मेदार ठहराया। पुलिस को पिता और बेटी के बयानों से शक हुआ और उसने अपने स्तर से छानबीन करनी शुरू कर दी। गहराई से जांच करने के बाद पुलिस ने पाया कि इस घटना के पीछे पादरी का हाथ है। मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस ने पीड़िता से पूछा तो उसने बताया कि पादरी अक्सर उसके साथ दुष्कर्म किया करता था। पीड़िता ने बताया कि वो जिस स्कूल में पढ़ती थी पादरी उसी स्कूल का प्रबंधक था।
पुलिस ने मुताबिक लड़की के पिता किसान है और उसके अभिभावकों को गर्भवती होने की जानकारी नहीं थी। लड़की नियमित तौर पर स्कूल जाती-आती रही और बदनामी की वजह से उसने किसी को इस घटना के बारे में नहीं बताया।