पिछले हफ्ते सोशल मीडिया पर गाजियाबाद से एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें एक बुजुर्ग आदमी से मारपीट किया जा रहा था। इस वीडियो को राणा अय्यूब नें भी वायरल किया था। जिसके वजह से उन्हें शुक्रवार दोपहर लोनी बार्डर कोतवाली में हाजिरी देनी पड़ी। राणा अय्यूब ने पुलिस के प्रश्नो का जवाब देते हुए अपनी गलती स्वीकार कर ली।
राणा ने बताया की मेरी बिल्कुल एसी सोच नही थी इस वीडियो को ट्वीट कर सांप्रदायिक सध्द्रव खराब करने की। कहा कि हमने मीडिया रिपोर्ट को देखकर इस वीडियो को ट्वीट किया था।

शुक्रवार दोपहर दो बजे राणा लोनी बार्डर कोतवाली पहुचने के बाद पुलिस अधिक्षक डॉ ईरज राजा नें लगभग दो घंटे तक पूछताछ की इन दो घंटों में अय्यूब से कुल 24 सवाल पूछे गए थे। सभी प्रश्नों में एक मुख्य सवाल था की वीडियो के सच्चाई जाने बिना क्यो ट्वीट किया। इसी प्रकार दूसरा सवाल यह था की आपने वीडियो कब ट्वीट किया और कितनें समय बाद उस वीडियो को अपने ट्वीट से हटाया।

सभी सवालों का जवाद राणा ने दिया मगर कुछ सवालों के घेरों में आकर अपनी गलती को स्वीकार कर लिया, और लगभग साढ़े पांच बजे करीब कोतवाली से निकलकर घर के लिए राणा अय्यबू रवाना हो गई।