राजस्थान में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के कई चुनावी कार्यक्रम हैं। राहुल गांधी ने अपने पहले चुनावी कार्यक्रम में उदयपुर में कारोबारियों को संबोधित किया और मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। एक चुनावी कार्यक्रम में राहुल गांधी ने यहां तक कह दिया कि पीएम मोदी हिंदुत्व की नींव के बारे में भी नहीं जानते हैं। वह कैसे हिंदू हैं? उदयपुर में इस कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष ने सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने साधा। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने सर्जिकल स्ट्राइक को राजनीतिक रूप दे दिया जबकि यह फैसला देश की सेना का था। पांच राज्यों के चुनावों राजनेताओं का गोत्र भी मुद्दा बन रहा है। पार्टियों के नेता अपनी रैलियों में धर्म और जाति का इस्तेमाल करने से भी गुरेज नहीं कर रहे हैं। ऐसे में अब राहुल गांधी ने पीएम मोदी से हिंदुत्व को लेकर एक सवाल पूछा है।
राहुल गांधी ने कहा, ‘ये कौन बताएगा कि हिंदुत्व का सार क्या है? गीता में क्या कहा गया है? इसका ज्ञान हर किसी को है, हर जगह ज्ञान फैला हुआ है। हर जीवित वस्तु के अंदर ज्ञान है। हमारे पीएम कहते हैं कि वह हिंदू हैं, लेकिन वो हिंदुत्व की नींव को नहीं समझते, वो हिंदुत्व को नहीं समझते, वो किस तरह के हिंदू हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने नोटबंदी से लेकर सर्जिकल स्ट्राइक पर भी मोदी सरकार को निशाने पर लिया। राहुल गांधी ने कहा, ‘मोदी सरकार ने सर्जिकल स्ट्राइक को राजनीतिक बना दिया। सरकार ने इसका फायदा उठाया। मनमोहन सिंह सरकार ने तीन बार सर्जिकल स्ट्राइक की, क्या आपको इसकी जानकारी है? नहीं होगी। क्योंकि हमने पीएम मोदी की तरह कभी इसका प्रचार जो नहीं किया।
प्रधानमंत्री ने नोटबंदी से पहले पूरी कैबिनेट को कमरे में बंद कर दिया, दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की धज्जियां उड़ा दीं और लाखों लोगों को बर्बाद कर दिया : कांग्रेस अध्यक्ष @RahulGandhi #कांग्रेस_बदलेगी_राजस्थान pic.twitter.com/xEB350y5bG
— Congress (@INCIndia) December 1, 2018
मोदी सरकार की नीतियों पर कड़ा प्रहार करते हुए राहुल ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समझते हैं कि दुनिया का पूरा ज्ञान उनके ही दिमाग से निकलता है और बाकी लोगों को कुछ नहीं मालूम है। यूपीए सरकार के समय एनपीए दो लाख करोड़ रुपये था। मोदी सरकार के चार साल में एनपीए 12 लाख करोड़ रुपये हो गया। राहुल गांधी ने कहा, ‘नोटबंदी और जीएसटी के बारे में हिन्दुस्तान की जनता भ्रमित है। नोटबंदी एक स्कैम है। इसका लक्ष्य छोटे उद्योगों की रीढ़ की हड्डी को तोड़ना था। चाहे नोटबंदी हो या गब्बर सिंह टैक्स (GST), इनका लक्ष्य बड़ी-बड़ी कंपनियों का रास्ता खोलना था। इसका मकसद था कि हिंदुस्तान के बड़े 15 उद्योगपतियों को मौका दिया जाए।