कर्नाटक में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पक्ष–विपक्ष दोनों पार्टियों ने कमर कस ली है। जहां एक ओर बीजेपी मिशन कर्नाटक पर मैदान में आ चुकी है वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी जंग का ऐलान करन दिया है। राहुल गांधी आज कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के लिए आज से चुनाव प्रचार शुरु करने वाले हैं वो कर्नाटक में चार दिन तक रहेंगे। राहुल आज यानी 10 फ़रवरी को बेल्लारी पहुंच रहे हैं।
राहुल अपने चार दिवसीय दौरे में होसपेट स्थित हुलीगामा (शक्ति) मंदिर, कोप्पल में गवी सिद्धेश्वरा मठ और बसावाकल्याण स्थित अनुभवा मंटपा जाएंगे।बसावाकल्याण को 12वीं सदी के समाज सुधारक बासवाना के कारण जाना जाता है। इसके साथ ही राहुल गांधी गुलबर्गा स्थित ख़्वाजा बंदे नवाज़ की दरगाह पर भी जाएंगे।
राहुल गुजरात की तरह कर्नाटक में भी बीजेपी के खिलाफ आक्रामक शैली में दिखेंगे। माना जा रहा है राहुल गांधी राफ़ेल के मुद्दे पर भी बीजेपी को घेरेंगे। हालांकि क्योंकि कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार है इसलिए फोकस राज्य सरकार की उपलब्धियां गिनाना होगा। वहीं दूसरी तरफ़ राहुल बीजेपी के कोर वोट लिंगायत को कांग्रेस के पाले में लाने की कोशिश करेंगे। कर्नाटक में पहले चरण का प्रचार अभियान ऐसी जगहों में रहेगा जहां लिंगायत की आबादी सबसे ज्यादा है। राज्य में 18 से 20% लिंगायत समुदाय के वोटर हैं। ये इलाका हैदराबाद-कर्नाटक का इलाका बोला जाता है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपने इस दौरे के दौरान बेल्लारी, कोप्पल, रायचूर, गुलबर्गा जैसी कई जगहों पर जाएंगे। कांग्रेस का ध्यान कर्नाटक के आदिवासी क्षेत्रों पर भी है। गौरतलब है कि राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद दूसरा विधानसभा चुनाव होगा। गुजरात में विधानसभा चुनाव के दौरान ही उनको अध्यक्ष बना दिया गया था।
राहुल गांधी के सामने सबसे बड़ी चुनौती कर्नाटक का गढ़ बचाने की है। कांग्रेस यहां पर पांच सालों से सत्ता में है और जाहिर उसे सत्ता विरोधी लहर का भी सामना करना पड़ेगा। बीजेपी ने यहां पर बीएस येदुरप्पा को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया है।