यूपी के कोनों- कोनों से इस समय लगातार हत्या के मामले सामने आ रहे हैं। बुधवार को सहारनपुर में भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष कमल वालिया के भाई सचिन वालिया की हत्या का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि अब इलाहाबाद के पाश इलाके मनमोहन पार्क के पास एडवोकेट राजेश कुमार श्रीवास्तव की दो बाइक सवारों ने गोली मारकर हत्या कर दी। इस मामले में प्रशासन ने मृतक वकील के परिजनों को 10 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। बता दें इससे पहले मंगलवार रात को इलाहाबाद में कुछ अज्ञात तत्वों ने बीजेपी पार्षद पवन केसरी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। यूपी में एक के बाद एक लगातार हो रही हत्या की वारदातों से योगी सरकार की तो किरकिरी हो ही रही है, साथ ही यूपी में दहशत का माहौल भी बना हुआ है।
बताया जा रहा है कि वकील राजेश कुमार श्रीवास्तव होटल के अतिक्रमण को रुकवाने की पैरवी कर रहे थे। इस मामले में पुलिस के शक के आधार पर होटल मालिक को गिरफ्तार कर लिया है।
#allahabad: वकील की हत्या मामले में होटल मालिक गिरफ्तार, होटल मालिक पर वकील की हत्या करवाने का शक pic.twitter.com/rWvXqKTboj
— APN न्यूज़ हिंदी (@apnlivehindi) May 10, 2018
यह घटना सुबह 10.30 बजे के आसपास की है। जब 45 वर्षीय एडवोकेट राजेश श्रीवास्तव अपनी बाइक से कचहरी की ओर जा रहे थे। तभी मनमोहन पार्क के पास दो अपराधियों ने उनका पीछा करके उनकी कनपटी में गोली मारी, जिस वजह से मौके पर ही उनकी मौत हो गयी। खास बात ये है कि जिस स्थान पर वारादात हुई वहां से थोड़ी देर पहले ही मुख्य सचिव राजीव कुमार व डीजीपी ओ पी सिंह का काफिला कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में निकला था। लेकिन काफिले के जाने के कुछ देर बाद ही वकील की हत्या को बड़ी साजिश माना जा रहा है।
इस घटना से वकीलों में भारी आक्रोश व्याप्त है। सैकड़ों वकीलों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया है। विरोध प्रदर्शन में विरोधी पक्ष ने एसएसपी आफिस के सामने बस में आग लगा दी। अस्पताल में हंगामा चल रहा है, उनका कहना है कि इलाहाबाद में अपराध बेकाबू है। अपराधियों में कानून का डर नहीं रहा।
वहीं इस मामले में भी सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी सरकार पर निशाना साधा है। अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा, इलाहाबाद में एक वक़ील की सरेआम हत्या, प्रदेश में ध्वस्त क़ानून व्यवस्था का सबूत है और सरकार अपराधियों के हाथ का खिलौना बन गयी है।
इलाहाबाद में एक वक़ील की सरेआम हत्या, प्रदेश में ध्वस्त क़ानून व्यवस्था का सबूत है. इस सरकार ने प्रदेश को रक़्तरंजित कर दिया है. प्रदेश की जनता भय के माहौल में घुटन महसूस कर रही है और इस सरकार से मुक्ति के लिए छटपटा रही है. सरकार अपराधियों के हाथ का खिलौना बन गयी है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 10, 2018
वहीं अधिवक्ता राजेश कुमार श्रीवास्तव के पोस्टमार्टम के बाद उनका शव भी घर पहुंच गया है। किसी बवाल व अशांति फैलने की संभावना को देखते हुए पूरे क्षेत्र को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। इस मामले में मुख्यमंत्री की ओर से दिए गए आश्वासन व मुआवजे की भी जानकारी परिजनों को दे दी गई है।