राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से जी-20 नेताओं को दिए गए रात्रिभोज के निमंत्रण में ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ के बजाय ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ शब्द का इस्तेमाल करने के बाद विवाद शुरू हो गया है। अब एक और दस्तावेज सामने आया है, जिसमें नरेंद्र मोदी को ‘भारत का प्रधानमंत्री’ कहा गया है। 20वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन और 18वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के लिए बुधवार और गुरुवार को प्रधानमंत्री की इंडोनेशिया यात्रा पर एक नोट में ‘भारत के प्रधानमंत्री’ शब्द का उपयोग किया गया है।
अब इसके जवाब में कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, “देखिए मोदी सरकार कितनी भ्रमित है! 20वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में भारत के प्रधानमंत्री। यह सब नाटक सिर्फ इसलिए हुआ क्योंकि विपक्ष एकजुट हो गया और खुद को इंडिया कहा।”
9 और 10 सितंबर को जी20 शिखर सम्मेलन में भारतीय अधिकारियों के पहचान पत्र पर भी अब ‘इंडिया-ऑफिशियल’ नहीं बल्कि ‘भारत-ऑफिशियल’ लिखा होगा।
राष्ट्रपति के जी20 आमंत्रण से देश का नाम बदलने की चर्चा तेज हो गई है और 18-22 सितंबर तक संसद के विशेष सत्र में ऐसा किए जाने की संभावना बढ़ गई है। यह तथ्य कि सरकार ने विशेष सत्र के लिए किसी एजेंडे की घोषणा नहीं की है।
विपक्ष ने इस संभावित कदम को अपने 28-पार्टी गठबंधन के खुद को ‘इंडिया’ कहने से जोड़ा है।