योगी सरकार से पहले की सरकारों में यूपी में हुए राजस्व की हानि की भरपाई और उसकी हालत सुधारने के लिए यूपी की योगी सरकार ने बीड़ा उठाया है। साथ ही यूपी में सालों से चल रहे लालफीताशाही पर भी योगी सरकार लगाम लगाने जा रही है।
नीति आयोग और केंद्र सरकार की 25 सदस्यीय टीम आज से यूपी की राजधानी लखनऊ के दौरे पर है। इस टीम में नीति आयोग के उपाध्यक्ष समेत कई अधिकारी शामिल होंगे। यह टीम लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर यूपी में विकास के रास्ते खोले जाने पर मंथन करेगी। बता दें कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नीति आयोग की बैठक में हिस्सा लेने दिल्ली पहुंचे थे। इस बैठक में उन्होंने यूपी के विकास के लिए कई बातें कहीं थी। ऐसे में अब नीति आयोग की टीम यूपी में योगी से मिलकर आगे की रूपरेखा तैयार करेगी। आज होने वाली इस बैठक में 7 अहम् बिन्दुओं पर चर्चा होगी जो यूपी के विकास के लिए अहम् होंगे। इनमें कृषि,स्वास्थ ,राजस्व,शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर आयोग की टीम यूपी सरकार के साथ मंथन करेगी।
नीति आयोग और राज्य सरकार के अधिकारियों के बीच होने वाली बैठक की जानकारी देते हुए राज्य सरकार के प्रवक्ता सिदार्थनाथ सिंह बताया कि योगी सरकार का सपना है कि उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश की जगह ट्रांसफारमेशन उत्तर प्रदेश बने क्योंकि जब तक जमीन पर काम होता नज़र नहीं आएगा तब तक उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश नहीं बन सकता। इतना ही नहीं यूपी की ट्रेजरी खोखली होने का दावा करते हुए सिदार्थनाथ ने कहा की अगर यूपी में हम 10 फ़ीसदी भी चोरी रोक लें तो यूपी को 60 करोड़ रुपये मिल सकते हैं। इसके लिए सभी विभाग भी लगे हुए हैं।
हालाँकि इस मौके पर सिदार्थनाथ सिंह स्वच्छता अभियान की रिपोर्ट में यूपी की हालत पर केंद्र और बीजेपी का बचाव करते भी नज़र आये। उन्होंने रिपोर्ट से बीजेपी और मोदी को दूर रखते हुए कहा की अगर पिछली सरकारें इस पर काम करती तो शायद यूपी की इतनी जर्जर हालत न होती। कुल मिलाकर हम कह सकते हैं कि नीति आयोग और राज्य सरकार के बीच होने वाली आज की बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले और समझौते होने की उम्मीद की जा रही है।