भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की पत्नी सलमा अंसारी द्वारा चलाए जा रहे एक मदरसे की पानी टंकी में ‘चूहा मारने की दवा’ मिलाने का एक गंभीर मामला सामने आया है। दरअसल यह मदरसा अलीगढ़ में स्थित है, जिसका नाम चाचा नेहरू मदरसा है। चाचा नेहरू मदरसे में करीब 4000 बच्चे पढ़ते हैं। खबरों के मुताबिक इस मदरसे को अल नूर चैरिटेबल सोसाइटी द्वारा चलाय जाता है, जिसकी प्रमुख सलमा अंसारी हैं।
बताया जा रहा है कि मदरसे की पानी की टंकी में दो व्यक्तियों द्वारा चूहा मारने की दवा मिलाते हुए एक छात्र ने देख लिया था और इसकी सूचना वॉर्डन को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने पानी का नमूना ले लिया और उसे जांच के लिए को फोरेंसिग लैब भेजा गया।
मीडिया से बातचीत के दौरान सलमा अंसारी ने कहा कि ‘जैसे ही मुझे इस बारे में जानकारी मिली मैं चौक गई और तुरंत मदरसे के वार्डेन से पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के लिए कहा।’ उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद इस मदरसे में सीसीटीवी कैमरा लगवाने का फैसला किया है।
मदरसे के वार्डेन जुनैद सिद्दीकी ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि एक छात्र मोहम्मद अफजल जब पानी पीने गया तो उसने देखा एक आदमी पानी की टंकी में कोई टैबलेट डाल रहा है। जब उससे पूछा कि वो क्या कर रहा है तो मदरसे की चारदिवारी पर बैठे एक अन्य व्यक्ति ने उसे शांत रहने की धमकी दी।
अफजल के अनुसार उस व्यक्ति के पास देशी कट्टा था। दोनों संदिग्धों के जाने के बाद छात्र को पानी की टंकी के पास चूहे मारने की दवा का पैकेट मिला और उसने वार्डेन को सूचित किया। इसके बाद पानी की सप्लाई तुरंत बंद कर दी गई और छात्रों को उस टैंक को छोड़कर दूसरे टैंक से पानी पीने की हिदायत जारी कर दी गयी।
फिलहाल पुलिस ने धारा 328 और धारा 506 के तहत दो अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। अच्छी बात तो यह है कि इस मामले में मदरसे के किसी भी बच्चे को कोई हानि नहीं हुई।