एक और बड़े घोटाले के सामने आने के बाद देश में सियासी बवाल मचा हुआ है। एक तरफ जहां राजनीतिक जंग में दोनों ही पार्टियां एक-दूसरे पर इल्जामात लगा रही हैं। वहीं दूसरी तरफ जांच एजेंसियां घोटाले में शामिल अन्य लोगों का पता लगाने में जुट गई है। इसके साथ ही जांच एजेंसियां घोटाले में शामिल नीरव मोदी के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। देश के सबसे बड़े बैंकिंग घोटाले में मुख्य आरोपी के रूप में उभरकर सामने आए जाने माने आभूषण कारोबारी नीरव मोदी के खिलाफ ईडी की कड़ी कार्रवाई जारी है। देश भर में नीरव मोदी के कई ठिकानों पर छापेमारी की गई है। मुंबई के एक शोरूम में कल से छापेमारी चल रही है। बताया जा रहा है कि ईडी के अधिकारी अभी भी वहां मौजूद हैं। वहीं मेहुल चोकसी के दर्जन भर से अधिक ठिकानों पर भी छापेमारी जारी है।
वहीं विदेश मंत्रालय ने भी पीएनबी घोटाले में फरार चल रहे हीरा व्यापारी नीरव मोदी और मेहुल चौकसी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। प्रवर्तन निदेशालय की सलाह पर विदेश मंत्रालय ने तत्काल प्रभाव से चार हफ्ते के लिए नीरव दीपक मोदी और मेहुल चिनूभाई चौकसी के पासपोर्ट की वैधता को निलंबित कर दिया है। नीरव मोदी और मेहुल चौकसी को नोटिस भेजते हुए उनसे एक हफ्ते में जवाब मांगा गया है। विदेश मंत्रालय की ओर से पूछा गया है कि क्यों ना उनका पासपोर्ट जब्त कर वापस ले लिया जाए। अगर ये दोनों निर्धारित समय के अंदर जवाब नहीं देते हैं तो विदेश मंत्रालय इनके पासपोर्ट को वापस लेने की प्रक्रिया में आगे कदम बढ़ाएगा।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘अगर वे दिए गए समय में जवाब देने में विफल रहते हैं तो यह मान लिया जाएगा कि उनके पास कोई जवाब नहीं है और विदेश मंत्रालय (पासपोर्ट) रद्द करने पर आगे बढ़ेगा।’ बता दें कि अरबपति हीरा कारोबारी नीरव मोदी, उनकी पत्नी एमी व भाई निशल मोदी व चोकसी पर पीएनबी ने धोखाधड़ी के आरोप लगाए हैं. मोदी व चोकसी के कई प्रतिष्ठानों पर गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने तलाशी ली. इसमें सोना, आभूषण, हीरे व दूसरी संपत्तियां जब्त की गईं।