प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आदिवासियों के पहनावे के बारे में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर की टिप्पणी को लेकर शुक्रवार को उन पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने पूर्वोत्तर की वेशभूषा और परिधानों का अपमान किया है। पीएम मोदी ने शुक्रवार को यहां चुनावी जनसभा में कहा, “आपको याद होगा कि कुछ महीने पहले कांग्रेस नेताओं ने किस तरह से पूर्वोत्तर की वेशभूषा और परिधानों का अपमान किया था। पूर्वोत्तर में विभिन्न जगहों पर मुझे जो परिधान पेश किये गये उन्हें इन लोगों ने बाहरी कहा।”

प्रधानमंत्री ने पूर्व केंद्रीय मंत्री के आदिवासियों के पहनावे पर की गयी टिप्पणी का उल्लेख करते हुए कहा, “मुझे उस समय गहरी पीड़ा हुई जब कांग्रेस नेताओं ने आदिवासियों की परंपरा के लिए आपत्तिजनक शब्दों का उपयोग किया।”

पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस नेता जब मिजोरम में चुनाव प्रचार करने आते हैं तो यहां की जीवन शैली और संस्कृति की प्रशंसा करते हैं लेकिन सच्चाई कुछ और है। उन्होंने कहा, “भाइयों, बहनों… कांग्रेस ने दशकों तक क्षेत्र पर शासन किया लेकिन स्थानीय लोगों की आकांक्षाओं और भावनाओं का उनके लिए कोई अर्थ नहीं है। पूर्वोत्तर की वेशभूषा और परिधान की जड़ें प्रकृति से जुड़ी हुई हैं। इनमें प्रकृति के सभी रंग समाहित हैं। मेरा मानना है कि समृद्ध परंपरा वही होती है जो अपनी संस्कृति और परंपराओं से जुड़ी हो।”

थरूर ने अप्रैल में मोदी के बारे में कहा था कि उन्होंने मुस्लिम टोपी से दूरी बनायी लेकिन आदिवासी वेशभूषा के लिए तैयार हो गये। श्री थरूर ने कहा, “ मैं आपसे पूछता हूं कि हमारे प्रधानमंत्री देश दुनिया में जहां कहीं भी जाते हैं वहां की बाहरी टोपी पहनते हैं तो उन्होंने मुस्लिम टोपी पहनने से मना क्यों किया। आपने उन्हें पंखों वाली नागा टोपी पहने देखा होगा।”
श्री मोदी ने मिजोरम के मतदाताओं ने भावनात्मक अपील करते हुए कहा कि यह पूर्वोत्तर का एकमात्र ऐसा राज्य है जो अभी तक केवल कांग्रेस के शासन में रहा है। उन्होंने कहा, “आज मैं आपसे भारतीय जनता पार्टी के लिए आशीर्वाद लेने आया हूं।” मिजोरम की 40 विधानसभा सीटों पर 28 नवंबर को मतदान होगा।

-साभार, ईएनसी टाईम्स