प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज ब्लैक मनी पालिसी की समीक्षा करेंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री अब तक काले धन पर अंकुश लगाने में हुई प्रगति और सरकार के प्रयासों की समीक्षा करेंगे। यह बैठक ऐसे समय में होने जा रही है जब देश में आर्थिक सुधारों और काले धन पर रोक लगाने की दिशा में कई कदम उठाये गए हैं। आर्थिक सुधारों के क्षेत्र में जहाँ जीएसटी लागू होने की प्रक्रिया में है वहीँ नोटबंदी कर काले धन की कमर तोड़ने की बात कही जाती रही है। इसके अलावा इस बैठक में नोटबंदी के बाद सरकार द्वारा शुरू की गई आयकर घोषणा योजना के तहत चार हज़ार छः सौ करोड़ रुपये के खुलासे के सम्बन्ध में भी बात होने की उम्मीद है।
काले धन की समीक्षा से सम्बंधित यह बैठक प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना को लेकर लगातार मिल रही संवेदनशील प्रतिक्रिया के बाद होने जा रही है। इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी 1 जुलाई से लागू होने जा रहे वस्तु एवं सेवा कर कानून की राष्ट्रव्यापी स्तर पर तैयारियों की भी समीक्षा करेंगे। इस बैठक में राजस्व सचिव हसमुख अधिया पिछले एक साल से विभाग के प्रदर्शन पर प्रस्तुति देंगे। वह मौजूदा वित्त वर्ष (2017-18) के लिए अपनी योजनाओं का खाका भी पेश करेंगे। ख़बरों के मुताबिक प्रधानमंत्री भविष्य की रणनीतियों और चुनौतियों को पढ़ेंगे और उस पर अपनी राय और सुझाव भी देंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अलावा इस बैठक में केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी),केंद्रीय उत्पाद शुल्क और सीमा शुल्क (सीबीईसी) जैसे संस्थानों के प्रमुख भी शामिल होंगे। गौरतलब है कि काले धन का मुद्दा 2014 लोकसभा चुनावों में खूब जोर-शोर से जनता के बीच रखा गया था। इस पर कड़ी कारवाई और विदेशों में जमा काला धन वापस लाने सम्बन्धी वादे भी किये गए थे। सत्ता में आने के बाद इसकी जांच के लिए एसआईटी का गठन भी हुआ था। हालांकि आज तक इन मुद्दों पर बहुत ज्यादा सफलता मिलती नहीं दिखी। इतना जरुर है कि सरकार बीच-बीच में काले धन को रोकने और इससे सम्बंधित प्रयासों को लेकर गंभीरता की बात करती रही है। अब देखना है इस बैठक में इन मुद्दों पर क्या प्रगति होती है और क्या फैसले लिए जाते हैं।