राजस्थान में 7 दिसंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सभी राजनैतिक पार्टियां जमकर प्रचार कर रही हैं। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के नागौर में चुनावी रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा।
जिस नामदार को ये नहीं पता कि चने का पौधा होता है कि चने का पेड़ होता है, जो नामदार मूंग और मसूर में फर्क नहीं समझते हैं, वो आज देश को किसानी सिखाते घूम रहें है : पीएम मोदी #राजस्थान_बोले_हर_घर_मोदी pic.twitter.com/X0n6UsOZqi
— BJP (@BJP4India) November 28, 2018
उन्होंने कहा कि जिस नामदार को ये नहीं पता कि चने का पौधा होता है कि चने का पेड़ होता है, जो नामदार मूंग और मसूर में फर्क नहीं समझते हैं, वो आज देश को किसानी सिखाते घूम रहे हैं।
आज शौर्य और श्रम की धरती नागौर पर एक कामदार, नामदार के खिलाफ लड़ाई के मैदान में है। आप ही में से एक मैं भी हूं। जो जिंदगी आपने गुजारी है वही जिंदगी मैं भी गुजार रहा हूं। न आप सोने का चम्मच लेकर पैदा हुए है न मैं सोने का चम्मच लेकर पैदा हुआ हूं: पीएम मोदी #राजस्थान_बोले_हर_घर_मोदी
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पीएम मोदी ने कहा कि आज शौर्य और श्रम की धरती नागौर पर एक कामदार, नामदार के खिलाफ लड़ाई के मैदान में है। आप ही में से एक मैं भी हूं। जो जिंदगी आपने गुजारी है वही जिंदगी मैं भी गुजार रहा हूं। पीएम मोदी ने कहा कि न आप सोने का चम्मच लेकर पैदा हुए है न मैं सोने का चम्मच लेकर पैदा हुआ हूं।
पीएम मोदी ने कहा कि आपके एक वोट ने देश में 1 करोड़ 25 लाख लोगों को घर दिए। आपके एक वोट से राजस्थान में 7 लाख लोगों को घर मिला है। आपको राजस्थान बनाने के लिए वोट देना है और यहां के लोगों का भला करने के लिए वोट करना है।
धुंआ क्या होता है ये नामदार को मालूम ही नहीं है, लकड़ी का चूल्हा कैसे जलता है ये नामदार को मालूम नहीं। मैने बचपन में अपनी मां को लकड़ी के चूल्हे पर खाना पकाते देखा है, धुंए से आंखों से पानी कैसे निकलता है ये मैंने देखा है और इसी से मुझे उज्ज्वला योजना की प्रेरणा मिली: पीएम मोदी pic.twitter.com/x1aYFDZjk6
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पीएम मोदी ने कहा कि धुंआ क्या होता है ये नामदार को मालूम ही नहीं है, लकड़ी का चूल्हा कैसे जलता है ये नामदार को मालूम नहीं। मैने बचपन में अपनी मां को लकड़ी के चूल्हे पर खाना पकाते देखा है, धुंए से आंखों से पानी कैसे निकलता है ये मैंने देखा है और इसी से मुझे उज्ज्वला योजना की प्रेरणा मिली।