प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 15वें प्रवासी भारतीय दिवस का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि दुनियाभर में बसे आप सभी भारतीयों से संवाद का ये अभियान अटल बिहारी वाजपेयी ने शुरु किया था।

अटल जी के जाने के बाद ये पहला प्रवासी भारतीय सम्मेलन है। इस अवसर पर मैं अटल को भी श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं, उनकी इस विराट सोच के लिए नमन करता हूं।

इसके बाद पीएम ने कहा कि आज आपसे अपनी बात शुरू करने से पहले, मैं डॉक्टर शिवकुमार स्वामी जी के निधन पर अपना शोक व्यक्त करना चाहता हूं। टुमकूर के श्री सिद्धगंगा मठ में, मुझे कई बार उनसे आशीर्वाद लेने का अवसर मिला था। पीएम मोदी ने कहा कि मैं आपको भारत का ब्रैंड एंबेसडर मानने के साथ ही भारत के सामर्थ्य और भारत की क्षमताओं, देश की विशेषताओं का प्रतीक भी मानता हूं।

पीएम ने आगे कहा कि बदलते हुए इस भारत में आप रिसर्च एंड डेवलपमेंट और इनोवेशन में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। सरकार ये भी कोशिश कर रही है कि भारत के स्टार्ट अप और एनआरआई को एक साथ, एक प्लेटफॉर्म पर लाए। डिफेंस मैन्युफेक्चरिंग भी आपके लिए एक अहम सेक्टर हो सकता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा हमारे देश के एक पूर्व प्रधानमंत्री की भ्रष्टाचार को लेकर कही एक बात जरूर सुनी होगी। उन्होंने कहा था कि केंद्र सरकार दिल्ली से जो पैसा भेजती है, उसका सिर्फ 15 प्रतिशत ही लोगों तक पहुंच पाता है। इतने वर्ष तक देश पर जिस पार्टी ने शासन किया, उसने देश को जो व्यवस्था दी थी, उस सच्चाई को उन्होंने स्वीकारा था। हमने 15 पैसे वाली संस्कृति को बदल दिया।

पीएम मोदी ने कहा कि आप काशी में हैं, इसलिए मैं काशी और आप सभी में एक समानता देख रहा हूं। बनारस नगरी चिरकाल से भारत की सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और ज्ञान की परंपरा से दुनिया में देश का परिचय कराती रही है।

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