प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 15वें प्रवासी भारतीय दिवस का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि दुनियाभर में बसे आप सभी भारतीयों से संवाद का ये अभियान अटल बिहारी वाजपेयी ने शुरु किया था।
#NEWS: मैं #Varanasi के सांसद के तौर पर आज यहां पर आया हूं, अटलजी ने #PravasiBharatiya सम्मेलन की शुरुआत की थी, उनके जाने के बाद यह पहला सम्मेलन है। मैं अटलजी को नमन करता हूं, आप सभी जिस देश में बसे हैं, वहां लगभग हर क्षेत्र में लीडरशिप में नजर आते हैं: #PMModi#PravasiAtVaranasi
— APN न्यूज़ हिंदी (@apnlivehindi) January 22, 2019
अटल जी के जाने के बाद ये पहला प्रवासी भारतीय सम्मेलन है। इस अवसर पर मैं अटल को भी श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं, उनकी इस विराट सोच के लिए नमन करता हूं।
इसके बाद पीएम ने कहा कि आज आपसे अपनी बात शुरू करने से पहले, मैं डॉक्टर शिवकुमार स्वामी जी के निधन पर अपना शोक व्यक्त करना चाहता हूं। टुमकूर के श्री सिद्धगंगा मठ में, मुझे कई बार उनसे आशीर्वाद लेने का अवसर मिला था। पीएम मोदी ने कहा कि मैं आपको भारत का ब्रैंड एंबेसडर मानने के साथ ही भारत के सामर्थ्य और भारत की क्षमताओं, देश की विशेषताओं का प्रतीक भी मानता हूं।
पीएम ने आगे कहा कि बदलते हुए इस भारत में आप रिसर्च एंड डेवलपमेंट और इनोवेशन में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। सरकार ये भी कोशिश कर रही है कि भारत के स्टार्ट अप और एनआरआई को एक साथ, एक प्लेटफॉर्म पर लाए। डिफेंस मैन्युफेक्चरिंग भी आपके लिए एक अहम सेक्टर हो सकता है।
#Varanasi: एक पूर्व पीएम ने कहा था कि दिल्ली से भेजे गए एक रुपये में 15 पैसा गांव पहुंचता था। इतने वर्ष तक जिस पार्टी ने शासन किया, उसने जो व्यवस्था दी, उसे पीएम ने स्वीकार किया। इस लीकेज के बंद करने के लिए आगे के कई सालों के शासन में कोई कदम नहीं उठाया गया: #PMModi pic.twitter.com/R23oi0ywBT
— APN न्यूज़ हिंदी (@apnlivehindi) January 22, 2019
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा हमारे देश के एक पूर्व प्रधानमंत्री की भ्रष्टाचार को लेकर कही एक बात जरूर सुनी होगी। उन्होंने कहा था कि केंद्र सरकार दिल्ली से जो पैसा भेजती है, उसका सिर्फ 15 प्रतिशत ही लोगों तक पहुंच पाता है। इतने वर्ष तक देश पर जिस पार्टी ने शासन किया, उसने देश को जो व्यवस्था दी थी, उस सच्चाई को उन्होंने स्वीकारा था। हमने 15 पैसे वाली संस्कृति को बदल दिया।
पीएम मोदी ने कहा कि आप काशी में हैं, इसलिए मैं काशी और आप सभी में एक समानता देख रहा हूं। बनारस नगरी चिरकाल से भारत की सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और ज्ञान की परंपरा से दुनिया में देश का परिचय कराती रही है।