तमिलनाडु दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया को विश्वसनीयता बनाए रखने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को हरसंभव प्रयास करते हुए सटीक खबरें ही देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि तथ्यात्मक रूप से गलत होने की आजादी को संपादकीय स्वतंत्रता नहीं कहा जा सकता।

एक प्रमुख तमिल दैनिक ‘दीना थंटी’ के 75वें सालगिरह के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि संपादकीय स्वतंत्रता का प्रयोग जनहित के कामों में होना चाहिए। मीडिया को राजनीति-केंद्रित बताते हुए मोदी ने बताया कि मीडिया को राजनीति के अलावा लोगों की कहानियों को व्यापक रूप से कवर करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे आस-पास कई कहानियां मौजूद होती हैं, जो दुनिया को बेहतर करने की दिशा में एक उदाहरण हो सकती हैं। बस उसे व्यापक रूप से प्रचारित-प्रसारित करने की जरूरत है।

पीएम ने कहा यह उचित है कि लोकतंत्र में राजनीति पर विस्तार से चर्चा होनी चाहिए, लेकिन हमारा भारत राजनीति और राजनीतिज्ञों से कहीं ज्यादा है। इसे चंद राजनीतिज्ञों ने नहीं बल्कि 1.2 अरब भारतीयों ने बनाया है। इसलिए हमें इनके कहानियों पर फोकस करने की जरूरत है। मीडिया भले ही निजी व्यक्तियों के स्वामित्व में हो लेकिन उसे लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता है। यह लोगों के लिए कार्य करती है और इसे शांति से बदलाव लाने का माध्यम भी माना गया है। इसलिए इसकी भी उतनी ही जबावदेही है जितनी लोकतंत्र के अन्य स्तंभों की।

संपादकों को उनकी जिम्मेदारी का याद दिलाते हुए पीएम ने कहा कि संपादक खबरों का चयन और उसकी वरीयता तय करते हैं। इसलिए संपादकों की जिम्मेदारियां बढ़ जाती हैं। इस अवसर पर पीएम ने आजादी के दौर के अखबारों और समाचार पत्रों को याद किया और कहा कि स्थानीय भाषाओं के समाचार पत्रों ने आजादी की लड़ाई में अपना अहम योगदान दिया था। तमिल दैनिक ‘दीना थंटी’ के 75 साल पूरा होने पर उन्होंने समाचार पत्र को बधाई देते हुए कहा कि इस दैनिक ने तमिल लोगों में अपनी एक अलग पहचान बना ली है।

करुणानिधि से भी की मुलाकात

पीएम ने अपने इस यात्रा के दौरान डीएमके प्रमुख करुणानिधि से भी मुलाकात की। 20 मिनट की इस भेंट के दौरान मोदी व्हीलचेयर पर बैठे 93 वर्षीय करुणानिधि की बगल में बैठे और उनका हाथ पकड़े रहे। उन्होंने करुणानिधि के जल्द एवं पूर्ण स्वस्थ होने की कामना की। इस अवसर पर करुणानिधि के पुत्र स्टालिन और पुत्री कनीमोढी भी उपस्थित थी।

मदद देने का दिया आश्वासन

पीएम ने बाढ़ प्रभावित चेन्नई और तमिलनाडु के अन्य हिस्सों को केंद्र द्वारा हरसंभव मदद देने का भरोसा दिया। इस दौरान उन्होंने हालात की समीक्षा की और मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी और उपमुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम से हालात का जायजा भी लिया। पीएम ने बारिश के कारण हुई लोगों की मौत पर शोक भी जताया है।