प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के देश में जीएसटी लागू करने के बाद से ही महंगाई ने आम जनता की कमर तोड़ कर रखी है। विपक्ष ने भी इसको लेकर जमकर हंगामा करते हुए पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा। जिसके बाद से ही जीएसटी पर कई बदलाव हुए लेकिन जीएसटी परिषद की सिफारिशों के आधार पर जीएसटी में अब तक के सबसे बड़े बदलाव किए गए है।
आपको बता दें कि जीएसटी परिषद ने च्वेइंग गम से लेकर चॉकलेट, कपड़े, घड़ी समेत कई उत्पादों पर टैक्स की दरें घटा दी गई हैं। इस बदलाव से महंगाई के इस दौर में उपभोक्ताओं को राहत मिलने के साथ-साथ उद्योग एवं व्यापार जगत को भी फायदा और मुनाफा होगा।
बता दें कि जीएसटी परिषद ने 28% के सबसे ज्यादा टैक्स दर वाले स्लैब मे वस्तुओं की संख्या को घटाकर सिर्फ 50 कर दिया है, जो कि पहले 228 थी।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा कि जीएसटी परिषद की सिफारिशें हमारी जनता को आगे चलकर लाभ पहुंचाएंगी साथ ही टैक्स व्यवस्था को मजबूती भी मिलेगी। मोदी ने कहा कि ये सिफारिशें जीएसटी पर अनेक पक्षकारों से हमें लगातार मिल रहे फीडबैक पर आधारित हैं’। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार देश के आर्थिक एकीकरण के लिए पूरी पुरजोर कोशिशें कर रही है।
पीएम मोदी का कहना है कि जनता की भागीदारी सरकार के काम करने के तौर तरीकों का मूल है और सरकार के सभी फैसले ‘लोगों के अनुकूल’ और लोगों के लिए हैं।
The recommendations made by the GST Council today will further benefit our citizens and add strength to the GST. These recommendations are in spirit of the continuous feedback we are getting from various stakeholders on GST.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 10, 2017
आपको बता दें कि इससे पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली ने जीएसटी परिषद की बैठक के बाद कहा कि आम इस्तेमाल वाली 178 वस्तुओं पर टैक्स की दर को मौजूदा के 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत करने का फैसला किया गया है।