Mann Ki Baat LIVE: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शनिवार (27 अगस्त) को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 104वें एपिसोड को संबोधित किया। इस रेडियो कार्यक्रम में पीएम मोदी पूरे भारत से आम लोगों की प्रेरक जीवन यात्राएं देश के लोगों से साझा करते हैं। इसके साथ ही देश में वर्तमान घटनाओं, उपलब्धियों और कोई भी प्रमुख समाचार या घटनाओं के बारे में इसमें बात की जाती है। बता दें, ‘मन की बात’ का 103वां संस्करण 30 जुलाई को प्रसारित किया गया था, जब मोदी ने पहली बार ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान का जिक्र किया था। मन की बात की शुरुआत 3 अक्टूबर 2014 को हुई थी।
अपने संबोधन की शुरूआत करते हुए पीएम ने कहा कि सावन महाशिव, उत्सव और उल्लास का महीना है। चंद्रयान की सफलता ने उत्सव के इस माहौल को कई गुना बढ़ा दिया है। चंद्रयान को चंद्रमा पर पहुंचे तीन दिन से ज्यादा का समय हो रहा है। ये सफलता इतनी बड़ी है कि इसकी जितनी चर्चा की जाए कम है।
Mann Ki Baat LIVE: “भारत के सामर्थ्य का साक्षी बनने जा रहा है सितंबर का महीना”
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि सितम्बर का महीना, भारत के सामर्थ्य का साक्षी बनने जा रहा है। अगले महीने होने जा रही G-20 Leaders’ Summit के लिए भारत पूरी तरह से तैयार है। इस आयोजन में भाग लेने के लिए 40 देशों के राष्ट्राध्यक्ष और अनेक Global Organisations राजधानी दिल्ली आ रहे हैं। G-20 Summit के इतिहास में ये अब तक की सबसे बड़ी भागीदारी होगी।
पीएम ने कहा कि अपनी Presidency के दौरान भारत ने G-20 को और ज्यादा inclusive forum बनाया है। भारत के निमंत्रण पर ही African Union भी G-20 से जुड़ी और अफ्रीका के लोगों की आवाज दुनिया के इस अहम platform तक पहुंची।
Mann Ki Baat LIVE: “G-20 की हमारी प्रेसीडेंसी पीपुल्स प्रेसीडेंसी है”
पीएम मोदी ने कहा, G-20 की हमारी Presidency, People’s Presidency है, जिसमें जनभागीदारी की भावना सबसे आगे है। G-20 के जो ग्यारह Engagement Groups 2, 3-4 Academia, Civil Society, युवा, महिलाएं, हमारे सांसद, Entrepreneurs और Urban Administration से जुड़े लोगों ने अहम भूमिका निभाई। इसे लेकर देशभर में जो आयोजन हो रहे हैं, उनसे, किसी न किसी रूप से डेढ़ करोड़ से अधिक लोग जुड़े हैं।
पीएम ने कहा, जनभागीदारी की हमारी इस कोशिश में एक ही नहीं, बल्कि दो-दो विश्व रिकॉर्ड भी बन गए हैं। वाराणसी में हुई G-20 Quiz में 800 स्कूलों के सवा लाख Students की भागीदारी एक नया विश्व रिकॉर्ड बन गया। वहीं, लंबानी कारीगरों ने भी कमाल कर दिया। 450 कारीगरों ने करीब 1800 Unique Patches का आश्चर्यजनक Collection बनाकर, अपने हुनर और Craftsmanship का परिचय दिया है।
Mann Ki Baat LIVE: ‘मेरी माटी, मेरा देश’ अभियान
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस समय देश में ‘मेरी माटी, मेरा देश’ देशभक्ति की भावना को उजागर करने वाला अभियान जोरों पर है।सितंबर के महीने में देश के गांव-गांव में, हर घर से मिट्टी जमा करने का अभियान चलेगा। देश की पवित्र मिट्टी हजारों अमृत कलश में जमा की जाएगी। अक्टूबर के अंत में हजारों अमृत कलश यात्रा के साथ देश की राजधानी दिल्ली पहुंचेंगे। इस मिट्टी से ही दिल्ली में अमृत वाटिका का निर्माण होगा। मुझे विश्वास है, हर देशवासी का प्रयास इस अभियान को भी सफल बनाएगा।
Mann Ki Baat LIVE: “हमारी परम्परा का सशक्त माध्यम होती है मातृभाषा”
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि संस्कृत दुनिया की सबसे प्राचीन भाषाओं में से एक है। इसे कई आधुनिक भाषाओं की जननी भी कहा जाता है। आज लोगों में संस्कृत को लेकर जागरूकता और गर्व का भाव बढ़ा है। इसके पीछे बीते वर्षों में देश का विशेष योगदान भी है। पीएम मोदी ने कहा कि हमारी संस्कृति से जुड़ने की, हमारी परम्परा का बहुत बड़ा सशक्त माध्यम होती है हमारी मातृभाषा। ऐसे ही भारत की एक और मातृभाषा है, गौरवशाली तेलुगू भाषा। 29 अगस्त तेलुगू दिवस मनाया जाएगा। आप सभी को तेलुगू दिवस की बहुत-बहुत बधाई।
Mann Ki Baat LIVE: ‘अभी तो सूरज उगा है’
प्रधानमंत्री ने इस दौरान अपनी लिखी कविता भी सुनाई। उन्होंने कहा कि जब आज आपसे बात कर रहा हूं तो एक पुरानी मेरी कविता की कुछ पंक्तियां याद आ रही है।
“आसमान में सिर उठाकर
घने बादलों को चीरकर
रोशनी का संकल्प ले
अभी तो सूरज उगा है।
दृढ़ निश्चय के साथ चलकर
हर मुश्किल को पार कर
घोर अंधेरे को मिटाने
अभी तो सूरज उगा है
आसमान में सिर उठाकर
घने बादलों को चीरकर
अभी तो सूरज उगा है।”
Mann Ki Baat LIVE: “संकल्प के कुछ सूरज चांद पर भी उगते हैं”
मन की बात में पीएम मोदी ने कहा कि 23 अगस्त को भारत ने और भारत के चंद्रयान ने ये साबित कर दिया है कि संकल्प के कुछ सूरज चांद पर भी उगते हैं। मिशन चंद्रयान नए भारत की उस स्पिरिट का प्रतीक बन गया है, जो हर हाल में जीतना चाहता है, और हर हाल में, जीतना जानता भी है। भारत का मिशन चंद्रयान, नारीशक्ति का भी जीवंत उदाहरण है।
यह भी पढ़ें: