प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के 150वें स्थापना दिवस समारोह में भाग लिया और ‘मिशन मौसम’ का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने IMD की उपलब्धियों पर चर्चा करने के साथ ही अपने प्रिय त्योहार मकर संक्रांति का भी उल्लेख किया। पीएम मोदी ने बताया कि यह त्योहार क्यों उनके दिल के करीब है और भारतीय परंपरा में इसका क्या महत्व है।
पीएम मोदी का प्रिय त्योहार: मकर संक्रांति
पीएम मोदी ने बताया कि भारतीय मौसम विभाग की स्थापना मकर संक्रांति के आसपास 15 जनवरी को हुई थी, जो इस त्योहार को और भी खास बनाती है। उन्होंने कहा, “मेरा सबसे प्रिय त्योहार मकर संक्रांति है। आज के दिन गुजरात के लोग छतों पर होते हैं और पूरे दिन पतंग उड़ाने का आनंद लेते हैं। जब मैं गुजरात में था, तब मुझे भी पतंग उड़ाने का बड़ा शौक था।” मकर संक्रांति खगोलीय दृष्टि से भी विशेष है, क्योंकि इस दिन सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करता है और उत्तरायण की शुरुआत होती है।
भारतीय परंपरा में मकर संक्रांति का महत्व
पीएम मोदी ने मकर संक्रांति को भारतीय परंपरा का अहम हिस्सा बताया। उन्होंने कहा कि इस दिन से खेती-बाड़ी के कार्यों की शुरुआत होती है, जो इसे विशेष बनाता है। उत्तर से दक्षिण और पूर्व से पश्चिम तक, मकर संक्रांति को भारत में अलग-अलग रीति-रिवाजों और सांस्कृतिक रंगों में मनाया जाता है।
IMD की उपलब्धियां और किसानों को लाभ
पीएम मोदी ने IMD की 150 साल की यात्रा की सराहना करते हुए कहा कि यह विभाग न केवल विज्ञान और प्रौद्योगिकी में अग्रणी रहा है, बल्कि करोड़ों भारतीयों को अपनी सेवाएं भी प्रदान कर रहा है। उन्होंने बताया कि 10 साल पहले तक सिर्फ 10% किसान और पशुपालक ही मौसम से संबंधित सलाह का उपयोग कर पाते थे, लेकिन आज यह आंकड़ा बढ़कर 50% हो गया है।
मकर संक्रांति की बधाई
प्रधानमंत्री मोदी ने मकर संक्रांति और इससे जुड़े अन्य त्योहारों के लिए देशवासियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह पर्व नई ऊर्जा और सकारात्मकता का प्रतीक है, जो देशभर में उल्लास और उमंग के साथ मनाया जाता है।
मकर संक्रांति न केवल भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है, बल्कि पीएम मोदी के जीवन में भी इसका खास महत्व है। यह त्योहार हमें प्रकृति और परंपरा से जुड़े रहने की प्रेरणा देता है। पीएम मोदी के शब्द इस त्योहार की गरिमा और उसकी व्यापकता को और बढ़ा देते हैं।